सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्कआईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट यानी वनडे और टी-20 फॉर्मेट में स्टॉप क्लॉक रूल परमानेंट होने जा रहा है। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने फैसला लिया कि दोनों फॉर्मेट में टाइम मैनेज करने के लिए इस रूल को अप्लाय किया जाएगा।

स्टॉप क्लॉक रूल में बॉलिंग टीम को पारी का अगला ओवर शुरू करने के लिए 60 सेंकेड का टाइम मिलेगा। ऐसा नहीं करने पर टीम पर पेनल्टी लग जाएगी। ICC के टी-20 वर्ल्ड कप के साथ यह रूल यूनिवर्सल हो जाएगा। यानी सभी तरह के व्हाइट बॉल क्रिकेट में इसे अप्लाय किया जाएगा।

हर तीसरी गलती पर 5 रन की पेनल्टी

फील्ड अंपायर 60 सेकेंड में ओवर शुरू करने के लिए 2 बार वॉर्निंग देगा। तीसरी बार गलती करने के बाद बॉलिंग टीम पर 5 रन की पेनल्टी लग जाएगी। फिर पारी में हर तीसरी गलती पर बॉलिंग टीम पर 5 रन की पेनल्टी लगती जाएगी। यानी एक वनडे पारी में अगर किसी टीम ने 9 बार ओवर शुरू करने में 60 सेकेंड से ज्यादा का समय लिया तो बैटिंग टीम के खाते में 15 रन जुड़ जाएंगे।

स्टॉप क्लॉक रूल में बॉलिंग टीम को दूसरा ओवर शुरू करने के लिए 60 सेकेंड का टाइम मिलेगा।

थर्ड अंपायर शुरू करेगा टाइमर

ओवर खत्म होने पर मैदान में लगी टीवी स्क्रीन पर 60 सेकेंड का काउंटडाउन शुरू हो जाएगा। थर्ड अंपायर कंट्रोल रूम से इसे शुरू करेगा। 60 सेकेंड का टाइम पार होने पर फील्ड अंपायर फील्डिंग टीम के कप्तान को वॉर्निंग देगा और हर वॉर्निंग का ध्यान भी रखेगा।

यह बिलकुल उस तरह होगा, जैसे इन दिन DRS लेने के लिए दोनों ही टीमों को 15 सेकेंड का टाइम मिलता है। अपील होने के बाद थर्ड अंपायर स्टॉप क्लॉक शुरू कर देता है, जो मैदान की स्क्रीन पर नजर आती है। इसी को देखकर खिलाड़ी रिव्यू लेने के बारे में फैसला करते हैं।

टी-20 वर्ल्ड कप से परमानेंट होगा रूल

ICC ने फैसला किया है कि जून में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप के साथ स्टॉप क्लॉक रूल परमानेंट हो जाएगा। अगर बैटर या DRS के कारण ओवर शुरू करने में देरी हुई तो अंपायर के पास स्टॉप क्लॉक को रोकने का अधिकार भी होगा, ताकि फील्डिंग टीम पर बगैर गलती के पेनल्टी न लगे।