इस बैठक में विगत तिमाही
में की गई राजभाषा गतिविधियों पर चर्चा हुई एवं राजभाषा के प्रगामी प्रयोग
हेतु महत्वपूर्ण निर्णय लिए गये। इस बैठक में प्रो. त्रिपाठी ने कहा कि
मातृभाषा मनुष्य के
विकास की आधारशिला होती हैं, जब भी समय मिले हम सभी
को अपनी मातृभाषा का कर्ज उतारने के लिए तत्पर रहना चाहिए, क्यूँकि जब हम
तकलीफ में होते हैं तब सबसे पहले मातृभाषा में ही
अपना दर्द व्यक्त करते
हैं। निटर भोपाल हिन्दी में कार्य करने के प्रति सजग एवं वचनबद्ध है।
हमारे यहां हिन्दी में कार्य औपचारिकता निभाने के लिए नहीं अपितु अपनी
मातृभाषा के प्रति हमारे
समर्पण लगाव एवं सम्मान को दर्शता है। निटर
भोपाल अपने द्वारा बनाये गए टीचिंग लर्निंग संसाधनों को हिंदी में
ट्रांसलेट करने का कार्य भी करेगा। इस बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि
संस्थान
के विज्ञान विभाग द्वारा राजभाषा के अंतर्गत राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020:
भारतीय ज्ञान परंपरा एवं भारतीय भाषाओँ का समाबेश विषय पर एक राष्ट्रीय
संगोष्ठी का आयोजन अप्रैल माह में संस्थान के स्थापना दिवस के अवसर पर किया
जायेगा।
उक्त जानकारी संस्थान के जनसंपर्क विभाग ने एक प्रेस विज्ञप्ति द्वारा दी गई।