भोपाल । प्रदेश में इस बार बाजरा खरीदी शुरू करने केंद्र सरकार की हां का इंतजार है। दरअसल इस वर्ष अतिवर्षा से बाजरे का दाना बदरंग है। बाजरे में नमी 16 फीसदी से ज्यादा है। यह बाजरा मानक पर खरा नहीं उतर रहा है। इससे भिंड और ग्वालियर में बाजरे की खरीद बंद है।
यहां खरीद शुरू करने के लिए अब केंद्र सरकार की हां का इंतजार है। प्रदेश के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई ने 10 दिसंबर को भारत सरकार को मानक में रियायत देने के लिए पत्र लिखा है। पत्र का जवाब आने तक किसानों को इंतजार करना होगा।
प्रदेश के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई ने 10 दिसंबर को भारत सरकार के खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग उपभोक्ता मामले खाद्य एवं उपभोक्ता वितरण मंत्रालय के सचिव को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने बताया है कि कलेक्टर ग्वालियर और भिंड ने अतिवर्षा से खरीफ सीजन की फसल 15 से 20 प्रतिशत तक प्रभावित होना बताया है।
इससे मोटे अनाज खासकर बाजरे दाने 10 फीसदी तक क्षतिग्रस्त और 15 फीसदी तक बदरंग पाए जा रहे हैं। प्रमुख सचिव ने भारत सरकार के सचिव से मानक में शिथिलता प्रदान करने के लिए लिखा है, ताकि किसानों से समर्थन मूल्य पर बाजरे का क्रय किया जा सके। अब केंद्र सरकार की हां के बाद ही किसानों से समर्थन मूल्य पर बाजरे की खरीद की जाएगी। फिलहाल खरीद बंद है।
कलेक्टर ने दो बार लिखा राज्य शासन को पत्र
यहां बता दें, भिंड कलेक्टर सतीश कुमार एस बाजरा खरीद के लिए राज्य सरकार को दो बार पत्र लिख चुके हैं। एक दिन पहले 13 दिसंबर को भी कलेक्टर ने पत्र लिखकर राज्य सरकार को अवगत कराया है कि उपार्जन केंद्रों पर किसानों से लिया गया 22 मीट्रिक टन बाजरा बदरंग, सिकुड़ा, नमी ज्यादा होने से वेयर हाउस में जमा नहीं हो पा रहा है। कलेक्टर ने मानक में रियायत के लिए लिखा है।
एसएमएस आए तो सैंपल लेकर जाएं किसान
जिले में खरीफ सीजन की उपज खरीद के लिए 26 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं। खरीफ सीजन में 8908 किसानों ने बाजरा बेचने के लिए पंजीयन कराया था। 4716 किसानों ने ज्वार के लिए पंजीयन कराया था। जिले में 635 किसानों से ज्वार-बाजरे की खरीद हुई है। इनमें 484 किसानों से 22 हज़ार क्विंटल बाजरा तौला गया है। 22 मीट्रिक टन बाजरा बदरंग, सिकुड़ा, नमी ज्यादा होने से वेयर हाउस में जमा नहीं हो पा रहा है। ऐसे में किसानों को सलाह दी गई है कि मोबाइल पर एसएमएस आए तो खरीद केंद्र पर बाजरे का सैंपल जांच के लिए देकर आएं। जांच में बाजरा सही पाए जाने पर ही बेचने के लिए लेकर जाएं।
किसान यहां भी जांच के लिए दे सकते हैं सैंपल
भिंड कलेक्टर सतीश कुमार एस ने बताया है कि किसान जांच के लिए बाजरे का सैंपल एसएमएस आने पर खरीद केंद्र पर दे सकते हैं। इसके अलावा नागरिक आपूर्ति निगम के प्रदाय केंद्र सीडब्ल्यूसी वेयर हाउस भिंड, एसडब्ल्यूसी वेयर हाउस गोहद मंडी, एसडब्ल्यूसी वेयर हाउस मेहगांव, एसडब्ल्यूसी वेयर हाउस लहार में केंद्र प्रभारी से अपनी उपज के सैंपल की जांच करवा सकते हैं। मानक अनुसार पाए जाने पर उपार्जन केंद्र पर अपनी उपज विक्रय कर सकते हैं।