कोरबा जिले के पाली विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सराईसिंगार में गौठान पर सरपंच और सचिव पर मनमानी का आरोप ग्रामीणों ने लगाया हैं। शासन की योजना के अनुसार हर एक गांव शहर में किसानों की फसल नुकसान ना हो खेती-बाड़ी में गाय बैल ना घुसे ऐसे मंशा को लेकर रोका छेका अभियान चलाया गया है। इस अभियान में सरपंच एवं सचिव की लापरवाही सामने आई गांव की गौठान होने के बाद भी रोका छेका अभियान नहीं चलाया जा रहा था। जिसकी शिकायत ग्रामीणों के द्वारा सरपंच को दी गई और ग्रामीणों ने कहा की चारों तरफ से गाय बैल भैंस घूम रही है उसको रोका जाए।
सरपंच प्रतिनिधि के द्वारा ग्रामीणों को कहा गया कि आप लोग गाय बैल भैंस जो घूम रही है उसको रोके और गौठान में रखें उसकी जो भरपाई है वह हम करेंगे ऐसा बोला गया ग्रामीणों ने बताया कि इस तरह से सरपंच प्रतिनिधि के द्वारा कहा गया और जब हम पैसे की मांग किए तो साफ इंकार कर दिया कि यह गांव का काम है।
केंचुआ खाद के नाम पर मिट्टी युक्त खाद को किसानों को बेचा जा रहा है। ऐसे कई मामले सरईसिंगार पंचायत में उजागर हुई है, इसकी शिकायत ग्रामीणों ने हरदी बाजार उप पुलिस थाना में आकर शिकायत की। जिसमें जगेलाल, दुलरुवा यादव, ललित नामदेव, गंगाराम यादव, अमृत लाल भैना, फिरत यादव, संजू यादव, धन्नजय यादव, मनीष यादव, रमेश यादव सहित लगभग तीस की संख्या में शिकायत करने ग्रामीण थाना पंहुचे। साथ ही सराईसिंगार पंचायत की जो लापरवाही है उसे ग्रामीणों ने मीडिया के सामने रखा। इस ओर विभागीय जांच करते हुए ग्रामीणों की बात को सुनकर जांच होनी चाहिए ताकि पंचायत में शासन की योजना का जो राशि आ रही है वह दुरुपयोग ना हो और सरकार के योजनाओं का लाभ सभी ग्राम वासियों को मिले।