सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल / जगदलपुर : जगदलपुर में आयोजित “विकसित बस्तर की ओर” परिचर्चा में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि बस्तर अब नक्सलवाद की छाया से उबरकर विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने “विकसित छत्तीसगढ़ @2047” के संकल्प को “नवा अंजोर” विजन के माध्यम से साकार करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने बताया कि बस्तर की समृद्ध जनजातीय संस्कृति, कृषि, कौशल विकास और उद्योग इस क्षेत्र को नई पहचान दे रहे हैं।
परिचर्चा के पहले सत्र में बस्तर के किसानों की आय दोगुनी करने हेतु जैविक खेती, पशुपालन और प्रोसेसिंग इकाइयों की स्थापना पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर के स्वदेशी उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहुंचाने की दिशा में काम किया जाएगा।
युवाओं के कौशल विकास के लिए 32 नए केंद्रों की स्थापना और 90,000 से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण देने की जानकारी दी गई। पर्यटन के क्षेत्र में बस्तर दशहरा, चित्रकोट जलप्रपात और कांगेर घाटी जैसे स्थलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित करने पर बल दिया गया।
मुख्यमंत्री ने नई औद्योगिक नीति 2024-30 और आत्मसमर्पण नक्सलियों के पुनर्वास के लिए विशेष सब्सिडी योजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बस्तर का भविष्य उज्ज्वल है और यह छत्तीसगढ़ के विकास का केंद्र बनेगा।
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