सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : विधु विनोद चोपड़ा फिल्म ‘12वीं फेल’ के बाद लंबे समय से चर्चा में हैं। हाल ही में उन्हें इंडियन सिनेमा में उनके योगदान के लिए महाराष्ट्र भूषण अवॉर्ड में महाराष्ट्र सरकार द्वारा ‘राज कपूर स्पेशल कॉन्ट्रिब्यूशन अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया।
अवॉर्ड मिलने के बाद विधु विनोद चोपड़ा ने कहा- मेरी जन्मभूमि कश्मीर थी और मेरी कर्मभूमि महाराष्ट्र है। कश्मीर और महाराष्ट्र का सांस्कृतिक मिश्रण ही मैं आज हूं। ये पुरस्कार मेरे लिए बहुत मायने रखता है क्योंकि ये महाराष्ट्र सरकार से मिल रहा है। महाराष्ट्र मेरी भूमि है जहां मैं रहता हूं, जहां मैं काम करता हूं और जहां मैं मरना चाहता हूं! मुझे सम्मान देने के लिए महाराष्ट्र सरकार को बहुत-बहुत धन्यवाद।
विधु विनोद चोपड़ा फिल्म्स के ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट ने इस इवेंट की तस्वीरें और वीडियो शेयर की हैं। पोस्ट शेयर करते हुए उन्होंने लिखा- सजाए मौत से लेकर 12वीं फेल तक विधु विनोद चोपड़ा के सिनेमा का जश्न मनाते हुए – राज कपूर स्पेशल कंट्रीब्यूशन अवॉर्ड फिल्म निर्माण में उनके वर्षों की मान्यता है।
विधु विनोद चोपड़ा, परिंदा, 1942 ए लव स्टोरी, मिशन कश्मीर, मुन्नाभाई एमबीबीएस, लगे रहो मुन्नाभाई, 3 इडियट्स, पीके, संजू जैसी फिल्मों का निर्माण करने के लिए जाने जाते हैं। इन दिनों वो फिल्म ‘12th फेल’ को लेकर चर्चा में हैं। इस फिल्म के लिए उन्हें बहुत सराहना मिला। हाल ही में आयोजित फिल्मफेयर 2024 में ‘12th फेल’ को भी अवॉर्ड मिला।
12th फेल में विक्रांत मैसी बतौर लीड एक्टर और मेधा शंकर बतौर एक्ट्रेस नजर आईं। फिल्म में विक्रांत मैसी को उनकी बेहतरीन एक्टिंग के लिए खूब प्रशंसा मिली।
12th फिल्म की कहानी?
यह फिल्म राइटर अनुराग पाठक की बुक ’12th फेल’ पर बेस्ड है। फिल्म का टाइटल भी सेम ही रखा गया है। फिल्म का मुख्य सार यही है कि हारा वही है जो लड़ा नहीं। विधु विनोद चोपड़ा की ये फिल्म वैसे तो आईपीएस मनोज कुमार शर्मा की असल जिंदगी से इंस्पायर्ड है, लेकिन इसमें देश के हर गांव और छोटे शहरों के युवाओं की कहानी है।
मध्य प्रदेश के चंबल इलाके के एक छोटे से गांव में रहने वाले मनोज कुमार शर्मा (विक्रांत मैसी) का सपना है कि वो किसी तरह नकल करके 12th पास कर ले जिससे कि उसको चपरासी की नौकरी मिल जाए, लेकिन फिर उसकी जिंदगी में कुछ ऐसा होता है जिससे कि उसका लक्ष्य ही बदल जाता है।