आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: विवेक अग्निहोत्री अभी भी उस बात पर कायम हैं, जिसमें उन्होंने कांग्रेस सांसद शशि थरूर पर विदेशी वैक्सीन प्रमोट करने का आरोप लगाया था। विवेक ने कहा कि अगर शशि उनसे कह देंगे कि विवेक आपको गलतफहमी हुई है, तो वे आराम से उनकी बात मान लेंगे।
दरअसल विवेक ने हाल ही में कहा कि संवैधानिक पदों पर बैठे कुछ लोगों ने कोरोना के टाइम विदेशी वैक्सीन को प्रमोट किया था। इसके लिए उन्होंने पैसे भी लिए थे। विवेक ने इसमें शशि थरूर का भी नाम लिया था। यह बात कांग्रेस सांसद को रास नहीं आई। उन्होंने विवेक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कह दी है।
दैनिक भास्कर को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि उन्होंने कुछ भी ऐसा नहीं कहा जिसकी वजह से कुछ विवाद हो। जो लोग पब्लिक सर्वेंट होते हैं, उनसे सवाल करना हमारा फर्ज है।
विवेक ने इसके अलावा सेंसर बोर्ड में रिश्वत वाले मामले में भी अपना रिएक्शन दिया। विवेक ने कहा कि उन्होंने अभी तक ऐसी खबरें नहीं सुनी थीं। उन्हें यह बात सुनकर ताज्जुब हो रहा है।
शशि थरूर आकर मेरी गलतफहमी सुधारें- विवेक
शशि थरूर ने विवेक अग्निहोत्री के आरोपों पर एक ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा, ‘यह यकीनन चीप पब्लिसिटी स्टंट है, पर चिंता करने वाली बात यह है कि एक ही झूठ को अगर बार-बार बोला जाए तो लोग उस पर यकीन करने लगते हैं। मैं इस मामले पर लीगल एडवाइस ले रहा हूं।’
शशि के इस ट्वीट पर रिएक्ट करते विवेक ने कहा, ‘मैंने यह बात किसी और संदर्भ में कही थी। सोशल मीडिया पर इसे किसी और तरीके से देखा गया। खैर, वहां लोगों को लड़ाने का काम किया जाता है।
शशि थरूर सांसद हैं, अगर वो कह देंगे कि विवेक आपको गलतफहमी हुई तो मैं खुशी-खुशी उनकी बात मान लूंगा। मैंने कभी इसे साबित करने की मांग थोड़े की है। मेरी एक अपनी थ्योरी है। मुझे ऐसा लगता है कि कोविड के वक्त संवैधानिक पदों बैठे कुछ लोगों ने विदेशी वैक्सीन को प्रमोट किया था।’
विवेक ने आगे कहा, ‘सवाल उठाने में क्या दिक्कत है। जनप्रतिनिधियों पर तो सवाल उठाने ही चाहिए। सिस्टम पर सवाल उठाने की बात तो वही लोग करते हैं।’
तीन साल से CBFC का मेंबर हूं, कभी ऐसी बातें नहीं सुनी
सेंसर बोर्ड में रिश्वत वाले मामले को लेकर भी विवेक अग्निहोत्री से सवाल किया गया। विवेक से पूछा गया कि क्या उन्होंने भी कभी ऐसा सिचुएशन फेस किया है। जवाब में विवेक ने कहा, ‘मैं तीन साल से सेंसर बोर्ड में अपनी सेवाएं दे रहा हूं। हालांकि कभी कुछ ऐसा सुनने को नहीं मिला। बोर्ड अलग होता है और उसमें काम कर रहे लोग अलग होते हैं।
हम लोग तो फिल्में भी नहीं देखते। हम लोग पॉलिसी मेकर्स हैं। मुझे तो यह खबर सुनकर काफी ताज्जुब हो रहा है। मैं इन दिनों अपनी फिल्म को लेकर काफी बिजी हूं। काफी भाग दौड़ करना पड़ रहा है। मुझे अभी इस खबर के बारे में डिटेल्ड जानकारी नहीं है। टाइम मिलने पर इसकी तहकीकात करूंगा।’