सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: भारतीय संगीत जगत के महान तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का 73 वर्ष की उम्र में अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में निधन हो गया। उनके निधन की खबर से संगीत प्रेमियों, बॉलीवुड और पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। जाकिर हुसैन का भारतीय संगीत में योगदान अमर है, और उनकी कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकता।

2 हफ्तों से थे अस्पताल में भर्ती

जाकिर हुसैन पिछले 2 हफ्तों से दिल की बीमारी के कारण सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में भर्ती थे। बताया जा रहा है कि रविवार रात उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और सोमवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर सुनते ही उनके चाहने वालों और फैंस में शोक की लहर दौड़ गई।

बॉलीवुड ने जताया दुख

बॉलीवुड के कई बड़े सितारों ने उस्ताद जाकिर हुसैन को श्रद्धांजलि अर्पित की:

  • अमिताभ बच्चन ने सोशल मीडिया पर लिखा,
    “एक बेजोड़ उस्ताद भारतीय संगीत का चमकता सितारा खो गया। यह एक अपूरणीय क्षति है।”
  • करीना कपूर ने पिता रणधीर कपूर के साथ जाकिर हुसैन की एक पुरानी तस्वीर साझा करते हुए लिखा,
    “हमेशा से उस्ताद आपकी जगह कोई नहीं ले सकता।”
  • मलाइका अरोड़ा ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा,
    “रेस्ट इन पीस, लीजेंड।”
  • शाहरुख खान, आलिया भट्ट, रणवीर सिंह और अन्य सितारों ने भी जाकिर साहब के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया।

भारतीय संगीत को दिलाई नई पहचान

उस्ताद जाकिर हुसैन ने अपने तबला वादन से भारतीय शास्त्रीय संगीत को दुनियाभर में पहचान दिलाई। उनका जन्म 9 मार्च 1951 को मुंबई में हुआ था। वे प्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद अल्लाह रखा के पुत्र थे। उन्होंने बहुत ही कम उम्र में तबला बजाना शुरू किया और अपनी कला से पूरी दुनिया को मंत्रमुग्ध कर दिया।

उन्होंने पंडित रवि शंकर, हरि प्रसाद चौरसिया, और शिवकुमार शर्मा जैसे महान कलाकारों के साथ काम किया और भारतीय संगीत को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर नई ऊंचाई दी।

सम्मान और उपलब्धियां

उस्ताद जाकिर हुसैन को उनके अद्वितीय योगदान के लिए कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया:

  • पद्म श्री (1988)
  • पद्म भूषण (2002)
  • ग्रैमी अवॉर्ड सहित कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार

संगीत की दुनिया को अपूरणीय क्षति

जाकिर हुसैन का निधन भारतीय संगीत जगत के लिए एक युग का अंत है। उनके तबले की थाप, उनकी सरलता और उनकी संगीत यात्रा हमेशा प्रेरणा देती रहेंगी।

फैंस और देशभर में शोक

जाकिर हुसैन के फैंस सोशल मीडिया पर उनके संगीत से जुड़ी यादें साझा कर रहे हैं। उनकी तबला परफॉर्मेंस के वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं। संगीत प्रेमियों का कहना है कि “उनकी थाप का जादू हमेशा जीवित रहेगा।”

श्रद्धांजलि

उस्ताद जाकिर हुसैन को हमारी भावभीनी श्रद्धांजलि। हम प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति मिले। उनके संगीत के दीवाने आज भी यही कह रहे हैं कि –
“तबला बोले, जाकिर साहब का जादू हमेशा गूंजता रहेगा।”