सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल :अमेरिका और चीन के बीच लंबे समय से चल रही ट्रेड वॉर के बीच एक अहम प्रगति हुई है। दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच 9-10 जून को लंदन में बातचीत हुई, जिसके बाद ट्रेड को लेकर एक रूपरेखा (फ्रेमवर्क) पर सहमति बन गई है। यह पहल टैरिफ विवादों को सुलझाने और व्यापार संबंधों को सुधारने की दिशा में एक सकारात्मक कदम मानी जा रही है।
अमेरिकी कॉमर्स सेक्रेटरी हॉवर्ड लुटनिक ने मंगलवार को जानकारी दी कि इस सहमति से रेयर अर्थ मिनरल्स और मैग्नेट्स से जुड़ी समस्याओं का समाधान संभव होगा। यह रूपरेखा मई में जेनेवा में हुए शुरुआती समझौते को मजबूती प्रदान करती है। लुटनिक के अनुसार, इस प्रस्ताव में अमेरिका द्वारा कुछ निर्यात प्रतिबंध हटाने की बात भी शामिल है। इसे अंतिम रूप देने से पहले इसे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मंजूरी दी जाएगी।
ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट और चीनी उप प्रधानमंत्री हे लिफेंग ने लंदन के लैंकेस्टर हाउस में मुलाकात की और समझौते को अंतिम रूप दिया। यह फ्रेमवर्क अमेरिका के लिए अहम है, क्योंकि इससे उसे रेयर अर्थ मिनरल्स की आपूर्ति सुनिश्चित हो सकती है, जिनका इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिक वाहन और रक्षा तकनीकों में होता है।
इससे पहले 11 मई को दोनों देशों ने टैरिफ में 115% तक की कटौती का ऐलान किया था, जो 90 दिनों के लिए प्रभावी है। हालांकि, अगर दोनों देशों के प्रमुख इस नए फ्रेमवर्क को मंजूरी नहीं देते, तो प्रक्रिया फिर अटक सकती है।
यह समझौता वैश्विक सप्लाई चेन को स्थिरता प्रदान करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
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