अभी शासकीय नवीन लॉ कॉलेज में धार्मिक कट्‌टरता का मामला ठंडा भी नहीं हुआ है और अब देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ सोशल साइंस डिपार्टमेंट में कम्युनिस्ट विचारधारा का मामला सामने आया है। इस विचारधारा का विरोध करने वाले स्टूडेंट्स को टारगेट करने का आरोप शिक्षकों पर ABVP ने लगाया है। सोमवार को इसे लेकर जमकर हंगामा मचा। मामला कुलपति तक भी पहुंचा गया है। डिपार्टमेंट की एचओडी ने आरोपों को निराधार बताया है। जानिए क्या है पूरा मामला।

पहले जान लीजिए कैसे हुई हंगामे की शुरुआत

दरअसल, सोमवार को स्कूल ऑफ सोशल साइंस डिपार्टमेंट में बैचलर इन सोशल वर्क (बीएसडब्ल्यू) फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा थी। डिपार्टमेंट के शिक्षकों का आरोप है कि परीक्षा के दौरान एक स्टूडेंट की टेबल पर चिट (नकल पर्ची) मिली। पकड़े जाने पर उसने विवाद किया। ड्यूटी शिक्षक ने उसे एक्जामिनेशन सेल के सुपुर्द कर दिया, बाद में उसे दूसरी कॉपी लिखने के लिए दी गई लेकिन वह उसमें लिखने को तैयार नहीं था। स्टूडेंट पहली कॉपी लाकर ही लिखने लगा। इसके बाद कुछ स्टूडेंट और अभाविप के लोग आ गए और फिर हंगामा करने लगे।

फिर लगाया परेशान कर टारगेट करने का आरोप

अभाविप के इंदौर महानगर मंत्री सार्थक जैन का कहना है कि परीक्षा के दौरान हॉल में जो छात्र टीका लगाकर छात्र आते हैं, उन्हें टारगेट किया जाता है। टारगेट करने वाले टीचर्स कम्युनिस्ट विचारधारा के लोग हैं। छात्रों ने आरोप लगाया कि चिट किसी ओर की थी। न कुछ राइटिंग में था। न ही डिपार्टमेंट के पास कोई सबूत था कि छात्र गलत है। हमारी मांग है कि छात्र की वापस से परीक्षा करवाएं।

आरोपों पर ये बोली एचओडी प्रो. आचार्य

सोशल साइंस डिपार्टमेंट की विभागाध्यक्ष प्रो.रेखा आचार्य ने कहा ऐसा कुछ भी नहीं है। ये तो निराधार आरोप है। भारतीय है हम लोग सिर्फ इसके अलावा कुछ नहीं है।’

ड्यूटी शिक्षक ने जैसा कुलपति को बताया

हंगामे के बाद शाम को करीब 6 बजे कुलपति रेणु जैन भी देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के तक्षशिला परिसर स्थित स्कूल ऑफ सोशल साइंस के डिपार्टमेंट पहुंची। ड्यूटी टीचर ने उन्हें बताया कि वो चिट मैंने देखी तो स्टूडेंट को जवाब तलब किया। स्टूडेंट ने कहा आप कौन हैं पूछने वाले। पूछेंगे तो खतरा होगा। स्टूडेंट ने मुझसे गाली गलौज की। इस पर स्टूडेंट को एक्जामिनेशन सेल के हवाले कर दिया। इसके बाद स्टूडेंट कॉपी छिनकर आ गया। उसे लिखने के लिए दूसरी कॉपी दी तो वह नहीं माना और पुरानी कॉपी में ही लिखने की जिद पर अड़ गया।

कुलपति ने कहा इनविजिलेटर्स को दी धमकियां

DAVV की कुलपति प्रो. रेणु जैन ने कहा कि स्टूडेंट ने अनुचित साधन अपनाने की कोशिश की। उसके कुछ साथी और स्टूडेंट भी वहां पहुंच गए थे। उन्होंने काफी हंगामा भी किया। इनविजिलेटर्स को धमकियां भी दी। इसलिए अब पूरे केस की जांच कराएंगे। इस संबंध में जल्द ही हमारे प्रोक्टोरियल बोर्ड की मीटिंग होगी।