समस्तीपुर। लोजपा सांसद चिराग पासवान ने समस्तीपुर सर्किट हाउस में प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बोले, बिहार में लोकसभा चुनाव से पहले ही विधानसभा चुनाव होगा। उसकी भूमिका तेजी से बनने लगेगी। जिस तरह से जदयू और सीएम नीतीश कुमार ने अपने ही नेताओं के साथ धोखा किया है और रंजिश को निकालने के लिए आपने मेरे परिवार के एक सदस्य को मंत्री बनाने के लिए अपने ही पार्टी के नेताओं को छोड़ दिया है। मेरा दावा है कि बहुत जल्द जेडीयू में बड़ी टूट के साथ फिर विधानसभा चुनाव होगा।

अन्होंने कहा कि जेडीयू के कई विधायक और नेता अब भी मेरे सम्पर्क में हैं। वहीं अपने चाचा पशुपति कुमार पारस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि चाचा को पार्टी के संविधान की जानकारी नहीं है। इनका एकमात्र लक्ष्य मंत्री बनना था। इसके लिए चाचा ने अपने भाई, परिवार, पार्टी की पीठ में खंजर भौंकने का काम किया है। चिराग पासवान ने अपने चाचा के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के सवाल पर सभी को अपनी ओर से बधाई व शुभकामना दी।

साथ ही कहा कि अगर चाचा जेडीयू व निर्दलीय के रूप में मंत्रीमंडल में शामिल किए गए होंगे तो कोई बात नहीं है। अगर लोजपा कोटे से, जो मेरे दिवंगत पिता रामविलास पासवान के निधन पर खाली हुई, सीट से मंत्री बने हैं तो हम लोग आपत्ति दर्ज करते हुए न्यायालय जाएंगे। अगर वह अपने आपको लोजपा का सांसद बोलेंगे तो गलत है।

जिनको मेरी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने निकाल दिया है उसके बाद अगर इस नाम का इस्तेमाल होता है तो हम लोग कार्रवाई करेंगे। समस्तीपुर में आशीर्वाद यात्रा के दौरान कांग्रेस के चुनाव समिति के सदस्य और वरिष्ठ नेता अनुपम कुमार सिंह हीरा और पूर्व जिला परिषद संतोष कुमार ने पासवान चिराग पासवान के सामने लोक जनशक्ति पार्टी की सदस्यता ली।