सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल:यूक्रेन में शांति के प्रयासों को तगड़ा झटका लगा है। इस मकसद से यहां बुधवार को आहूत उच्चस्तरीय वार्ता स्थगित कर दी गई। अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो और विशेष दूत स्टीव विटकॉफ के अचानक बैठक में हिस्सा न लेने की घोषणा से कीव की अल्पकालिक शांति समझौते की उम्मीद धराशायी हो गई।
एनबीसी न्यूज के अनुसार, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के यूक्रेन में विशेष दूत कीथ केलॉग बुधवार सुबह यूक्रेन के रक्षामंत्री और विदेश मंत्री के साथ सुबह लंदन पहुंचे। केलॉग ने यूक्रेन के राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ एंड्री यरमक को भी लंदन लाने का प्रयास किया। इसमें वह सफल नहीं हो सके। यरमक ने एक्स पर कहा कि वार्ता स्थगित होने के बावजूद शांति के प्रयास जारी रहेंगे। इस वार्ता के स्थगित होने से ट्रंप को निराशा हाथ लगी है। ट्रंप ने पदभार संभालने के पहले दिन युद्ध को समाप्त करने का वादा किया था। रुबियो ने पिछले सप्ताह कहा था कि अगर जल्द ही कोई प्रगति नहीं होती तो अमेरिका युद्धविराम के प्रयासों से पीछे हट सकता है।
विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने मंगलवार को पुष्टि की थी कि रुबियो बैठक में शामिल नहीं होंगे। एक यूरोपीय राजनयिक के अनुसार, निर्धारित वार्ता में भाग लेने की प्रारंभिक योजना के बावजूद रुबियो और विटकॉफ नहीं पहुंचे। यूके के विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि विदेश मंत्रियों के साथ आज यूक्रेन शांति वार्ता बैठक स्थगित की जा रही है। हालांकि यूक्रेन के विदेश मंत्री एंड्री सिबिहा ने एक्स पर कहा कि वह, यरमक और रक्षामंत्री रुस्तम उमरोव यूके के विदेश और रक्षा मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे।
स्काई न्यूज के अनुसार, पिछले सप्ताह पेरिस में अमेरिका ने यूक्रेन और उसके यूरोपीय सहयोगियों के समक्ष शांति प्रस्ताव का मसौदा प्रस्तुत किया था। इस मसौदे से इस बात की उम्मीद कम ही थी कि कीव और मॉस्को इस सप्ताह अपने तीन साल लंबे युद्ध को समाप्त करने के लिए कोई समझौता करेंगे।
रुबियो और विटकॉफ के इस मसौदे में कहा गया था कि शांति के लिए भूमि समझौते में रूस के कब्जे में क्रीमिया को जो हिस्सा है, उसे मान्यता दी जाएगी। साथ ही रूस पर यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों को हटाने की दिशा में काम किया जाएगा। कहा जाता है कि दोनों पक्षों ने उसी समय शर्तों को को अस्वीकार कर दिया था। लंदन वार्ता स्थगित होने से एक दिन पहले मंगलवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पहली बार कहा था कि वह अपने यूक्रेनी समकक्ष जेलेंस्की के साथ द्विपक्षीय युद्धविराम वार्ता के लिए तैयार हैं।
जेलेंस्की ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन इस सुझाव को खारिज कर दिया कि उनका देश क्रीमिया पर अपना दावा छोड़ देगा। इस घटनाक्रम के बाद रूस की समाचार एजेंसी तास की खबर में कहा गया कि बुधवार की वार्ता विफल होने के बावजूद पुतिन इस सप्ताह मास्को में विटकॉफ के साथ एक और बैठक की योजना बना रहे हैं। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप प्रशासन के निरंतर मध्यस्थता प्रयासों का स्वागत किया है।
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