सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: हर वर्ष की तरह, इस वर्ष भी यूआईटी, आर.जी.पी.वी (राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल) के सिविल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के टेक्नोफिलिक इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स क्लब द्वारा इंजीनियर्स-डे एवं भारत रत्न सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के जन्मदिन के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम यूआईटी आरजीपीवी के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ माता सरस्वती व भारत रत्न सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की तस्वीर पर पुष्पमाला पहनाकर, दीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वागत भाषण देते हुए सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो.सुरेश सिंह कुशवाहा ने छात्रों को इंजीनियरिंग के महत्व और समाज में उनकी भूमिका के बारे में प्रेरित किया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि, एक अभियंता का मुख्य कार्य होता है समस्याओं का समाधान करना। समाज भी आपसे अपनी समस्याओं के समाधान की अपेक्षा इसलिए भी रखता है क्योंकि, आपने विषय संबंध में उच्च प्रशिक्षण व ज्ञान प्राप्त किया है। इंजीनियर्स का काम न केवल तकनीकी समस्याओं को हल करना है, बल्कि नवाचार और सृजनात्मकता के माध्यम से एक बेहतर भविष्य बनाना भी है। इंजीनियरिंग केवल एक पेशा नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का एक माध्यम भी है। इसके बाद, विभिन्न वक्ताओं ने सिविल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में उपलब्धियों और चुनौतियों पर अपने विचार साझा किए।
इंजीनियर्स-डे के अवसर पर, टेक्नोफिलिक इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स क्लब द्वारा डिपार्टमेंट मैगज़ीन “संरचना” (2023-24) का विमोचन विभाग के प्राध्यापकों सुरेश सिंह कुशवाहा, अरुणा रावत, अमित विश्वकर्मा, प्रो गीता बॉथम, प्रो. कपिल मालवीय, प्रतीक सिंह चौधरी, अनुपम शर्मा, भानु वर्फ एवंछात्रों द्वारा किया गया। विमोचन समारोह के दौरान, पत्रिका की विशेषताओं और उसमें शामिल लेखों की चर्चा की गई, जो छात्रों की रचनात्मकता और कौशल को उजागर करते हैं।
पत्रिका – “संरचना” की संपादकीय टीम को सभी ने बधाई देते हुए प्रशंसा की। साथ ही, सभी छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई। इस अवसर पर प्राध्यापकों ने छात्रों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि, उन्हें अपने ज्ञान और कौशल को विकसित करते रहना चाहिए ताकि वे समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।