आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : बिजनौर में टीवी एक्टर भूपेंद्र सिंह ने गोली मारकर युवक की हत्या कर दी। रविवार को पेड़ काटने के विवाद में एक्टर ने वारदात को अंजाम दिया। लाइसेंसी रिवॉल्वर से अंधाधुंध फायरिंग की। इसमें एक परिवार के 4 लोगों को गोली लगी। इसमें युवक की मौत हो गई। जबकि उसके मां, बाप और भाई की हालत गंभीर है। मामले में पुलिस ने मृतक के चाचा की शिकायत पर भूपेंद्र समेत चार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

पुलिस ने आरोपी एक्टर को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी एक्टर भूपेंद्र सिंह 15 दिन पहले यानी 19 नवंबर को मुंबई से अपने गांव आया था। भूपेंद्र टीवी सीरियल काला टीका, कार्तिक पूर्णिमा और एक हसीना में काम कर चुका है।

पेड़ काटने को लेकर हुआ झगड़ा

पूरी घटना रविवार की बढ़ापुर थाना क्षेत्र के कुआं खेड़ा गांव की है। यहां भूपेंद्र का पैतृक गांव है। वह खुद मुंबई में रहता है, पत्नी जयपुर में रहती है। उसके बेटे विदेश में पढ़ते हैं। जबकि परिवार के अन्य लोग गांव में रहते हैं। रविवार दोपहर को गांव में खेत की मेढ़ पर लगे पेड़ काटने पर भूपेंद्र का गांव के गुरदीप सिंह से विवाद हो गया।

गुरदीप दावा कर रहा था कि पेड़ उसका है, जबकि भूपेंद्र पेड़ को अपना बता रहा था। इसी को लेकर गुरदीप से उसका विवाद हो गया। इस दौरान भूपेंद्र ने अपने कुछ साथियों को भी बुला लिया। मामला इतना बढ़ा कि पहले मारपीट और फिर फायरिंग होने लगी।

गुरदीप के परिवार के 4 लोगों पर भूपेंद्र और उनके साथियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। गोली लगने से गुरदीप के बेटे गोविंद सिंह (23) की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि वहीं गुरदीप सिंह (60), उनकी पत्नी बीरो बाई (55) और दूसरा बेटा बॉबी उर्फ अमरीक सिंह घायल हो गए।

हत्या की सूचना पर गांव में अफरा-तफरा मच गई। चीख-पुकार होने लगी। आस-पास काम कर रहे ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। एसपी, डीआईजी मुनिराज जी मौके पर पहुंचे और जांच-पड़ताल की। घायल गुरदीप, उनकी पत्नी बीरो बाई और बेटा अमरीक को सीएचसी अफजलगढ़ ले जाया गया। वहां तीनों की हालत गंभीर होने पर उनको हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।

वहीं, गोविंद के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। ‌विवाद में भूपेंद्र सिंह को भी चोट आई थी। उसे पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया था। फिलहाल, उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है।

”19 नवंबर को भी काट लिए थे पेड़”

घायल गुरदीप सिंह ने बताया ”भूपेंद्र मुंबई में रहता है। वह टीवी में काम करता है। गांव के पास उसका 100 एकड़ का कृषि फार्म है। भूपेंद्र कुछ दिन पहले ही गांव आया था। मेरा खेत भूपेंद्र के फार्म से लगा हुआ है। उसके खेत की मेढ़ पर पेड़ खड़े थे। भूपेंद्र उसे अपना बताकर काटना चाहता था। उसने 19 नवंबर को भी पेड़ काट लिए थे। जिसकी शिकायत उसने लिखित में बढ़ापुर थाने में की थी। लेकिन पुलिस ने इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की।”

”फॉर्म हाउस से बंदूक लाया और करना लगा फायरिंग”

गुरदीप ने बताया कि रविवार को भूपेंद्र अपने दो साथियों के साथ पेड़ कटवा रहा था। मैं वहां पहुंचा और पेड़ काटने का विरोध किया तो भूपेंद्र ने गालियां देना शुरू कर दिया। इसी बीच मेरे परिवार के लोग भी आ गए तो भूपेंद्र ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद भूपेंद्र अपने फार्म हाउस से हथियार लेकर आ गया।

उस पर और उसके परिवार पर गोलियां चलाने लगा। 14 से 15 राउंड फायरिंग की। गोली लगने से उसके एक बेटे की मौत हो गई। जबकि वह, उसकी पत्नी और दूसरा बेटा घायल है। पीड़ित का कहना है कि पुलिस अगर समय से कार्रवाई कर देती तो आज यह घटना ना होती और उसके बेटे की जान बच सकती थी।”

पढ़िए परिजन की ओर से दर्ज कराई गई FIR में क्या लिखा है…

मृतक गोविंद के चाचा जीत सिंह ने तहरीर में कहा है, ”मेरे भाई गुरदीप सिंह का पड़ोसी भूपेंद्र सिंह से यूकेलिप्टस के पेड़ को लेकर विवाद चल रहा था। रविवार को दोपहर 12:30 बजे भूपेंद्र सिंह पेड़ को अपना बताने लगा, जिसका मेरे भाई गुरदीप सिंह ने विरोध किया, तो भूपेंद्र गाली-गलौज करने लगा।

मेरे भाई ने मना किया तो गुरदीप ने अपनी रिवॉल्वर निकालकर मेरे भाई गुरदीप को गोली मार दी। गोली की आवाज सुनकर गुरदीप के घरवाले घटनास्थल की ओर भागे। गुरदीप का बेटा गोविंद सिंह मौके पर पहुंचा तो उसे ज्ञान सिंह, जीवन सिंह, गुरजट सिंह और अंग्रेज सिंह ने पकड़ लिया और भूपेंद्र ने गोलियां मारीं, जिससे गोविंद की मौके पर ही मौत हो गई।

इन लोगों को बचाने आए परिजन बूटा सिंह, गोविंद की मां वीराबाई पहुंचीं तो इनसे भी मारपीट की और गोली मार दी। भतीजी सुखविंदर सिंह कौर ने देखा तो मौके पर गोविंद सिंह का शव पड़ा था। घायलों को परिजनों की मदद से अस्पताल लाया गया।”