मनचले से परेशान होकर 14 साल की लड़की ने जान देने की कोशिश की। रोज-रोज की छेड़छाड़ से परेशान होकर उसने दाद-खाज का लोशन पी लिया। नाबालिग काे उसी के पड़ोस में रहने वाला नाबालिग लड़का परेशान करता है। जब भी वह स्कूल से लौटती, ताे लड़का उसे रास्ते में रोकता और बात करने के लिए दबाव बनाता था। वह सालभर से यह प्रताड़ना झेल रही है। घटना अशोकनगर के पिपरई गांव की है।
लड़की ने अपनी पीड़ा बयां की, .
सालभर पहले की बात है। मैं 8वीं क्लास में थी। तब मेरे पड़ोस में मेरी बराबरी का एक लड़का रहता था। वह स्कूल आते-जाते समय मेरा पीछा किया करता था। महीनों तक यह सिलसिला चलता रहा। उसकी हरकतों ने मुझे बहुत परेशान कर दिया था। घर से निकलने के पहले मुझे ताक-झांक करना पड़ता था। कहीं वह बाहर ताे नहीं कि मेरा पीछा करने लगे। स्कूल से आने के बाद मैं घर से बाहर निकलने से भी डरा करती थी। मैंने अब घरवालों काे उसकी हरकतें बताने की ठानी। मैं घर पर बात करती, लेकिन मैंने देखा कि लड़के ने मेरा पीछा करना बंद कर दिया।
मैं रिलेक्स हाे गई और सारी बातों को एक सपना समझकर भूल गई। चार-पांच दिन पहले अचानक वह फिर से स्कूल जाते समय रास्ते में दिखा। वह हॉस्टल के पास खड़ा था। मैंने उसे देखा तो उसने इशारा किया। वह स्कूल के चक्कर लगाने लगा। यह बात स्कूल में आग की तरह फैल गई। टीचर ने पापा को बुलाया और उन्हें भी बता दिया कि कुछ लड़के स्कूल के आस-पास घूमते हैं। वो आपकी लड़की को परेशान करते हैं।
बुधवार को जब मैं स्कूल जा रही थी, तभी वह रास्ते में मिल गया और रास्ता रोककर बात करने के लिए दबाव बनाने लगा। यह सबकुछ एक सहेली की मां ने देख लिया। उसने मेरी दूसरी सहेली की मां से यह सब कह दिया। उसकी मां मेरे घर गई और वहां पर सब बता दिया। छुट्टी के बाद घर जाने लगी तो वह फिर से एक लड़के के साथ हॉस्टल के पास खड़ा दिखा। उसने फिर से मुझसे बात करने की कोशिश की। बोला-तुम मुझसे बात करो।
मैं जाने लगी तो पीछे-पीछे चलते हुए कहने लगा- बात करो, क्यों नहीं कर रही हो। जैसे-तैसे मैं अपने घर पहुंची। घरवालों को सबकुछ पता था, इसलिए उन्होंने जाते ही पूछा वह लड़का तुम्हें परेशान करता है क्या। मुझे बहुत बुरा लगा, मैं सीधे कमरे में चली गई। गुस्से में जान देने की नीयत से घर पर रखा दाद-खाज का लोशन उठाया और पी गई। तबीयत बिगड़ी तो बहनों ने पिता को कॉल करके बताया। वे मुझे पहले पिपरई सामुदायिक केंद्र लेकर पहुंचे। यहां से हालत को देखते हुए जिला अस्पताल अशोकनगर रेफर कर दिया गया।
टीचर ने पिता से कहा- आपकी बच्ची को कोई परेशान करता है
छात्रा के पिता ने बताया कि बेटी के स्कूल टीचर ने करीब 6 महीने पहले मुझे बताया था कि कोई लड़का आपकी बेटी को परेशान कर रहा है। कुछ लड़के यहां घूमते रहते हैं। थोड़ा ध्यान आप लोग भी रखो। इसके बाद मैंने बेटी के आते-जाते निगरानी रखनी शुरू कर दी। तब लड़का नजर नहीं आया। 4 दिन पहले फिर टीचर का कॉल आया। उन्होंने बताया कि फिर से वह लड़का आसपास घूमते नजर आया है। मैंने उसकी निगरानी शुरू की, लेकिन काम पर जाने के कारण ज्यादा समय नहीं दे पा रहा था।
हॉस्टल के पास दो लड़कों ने की बदतमीजी
पिता ने बताया कि स्कूल से छुट्टी के बाद बेटी घर लौट रही थी। इसी दौरान रास्ते में दो लड़कों ने उससे बदतमीजी की। मोहल्ले के लोगों ने यह सब देखा तो उन दोनों लड़कों को वहां से भगा दिया। लड़की सीधे घर आई और लोशन पी लिया। समय पर इलाज मिलने से उसकी जान बच गई।
छोटी बेटी ने फोन पर बताई घटना
पिता ने बताया कि मुझे बुधवार शाम छोटी बेटी का कॉल आया कि बहन ने कोई दवाई पी ली है। मैं तत्काल घर पहुंचा। यहां से उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचा। वहां डॉक्टर नहीं मिले तो निजी अस्पताल ले गया। यहां हालत देखकर डॉक्टरों ने जिला अस्पताल लेकर जाने को कहा। बेटी की हालत काे देखते हुए पुलिस को सूचना नहीं दे पाए और सीधे अशोकनगर अस्पताल लेकर आए। यहां बच्ची की तबीयत में सुधार होने पर चौकी पर सूचना दी। पुलिस ने बिटिया के बयान लिए।
लड़का दे रहा धमकी
छात्रा के परिजनों ने बताया कि आरोपी लड़के को बेटी के जहर पीने का पता चला तो वह घर पर धमकाने आ गया। वह उसे बदनाम करने की बात कह रहा है। घर के बाहर खड़ा होकर ऊल-जलूल बात कर रहा है। छात्रा के घर के सामने ही आरोपी लड़के का भी घर है। पिता ने बताया कि जब बेटी छत पर पढ़ने जाती थी, तो लड़का भी छत पर आया करता था। वह छत पर इधर-उधर घूमता रहता था। उसे देखकर बेटी नीचे आ जाती थी। उसकी हरकतें लंबे समय से वे देख रहे थे।
फिलहाल बच्ची स्वस्थ
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. डीके भार्गव ने बताया कि यह लड़की पिपरई से आई थी। उसे आईसीयू में भर्ती किया गया था। अभी उसकी हालत में सुधार है। उसे जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। दाद-खाज का लोशन पीने से उल्टी, पेट में जलन होने लगती है। इसके बड़े साइड इफेक्ट हैं।
तहरीर आने पर करेंगे कार्रवाई
पिपरी थाना प्रभारी महाराज सिंह बघेल ने बताया कि फिलहाल मामला थाने तक नहीं पहुंचा है। बच्ची जिला अस्पताल में भर्ती है। तहरीर आने के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।