सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भोपाल में चल रहे अंतर महाविद्यालयीन हिन्दी महोत्सव तूर्यनाद’24 का दूसरा दिन विभिन्न उत्साहपूर्ण प्रतियोगिताओं एवं मनमोहक प्रस्तुतियों के रोमांच से सराबोर रहा। हिन्दी दिवस के इस विशेष अवसर पर मैनिट परिसर में साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं कलात्मक स्पर्धाओं की एक अनोखी झलक दिखी, जिसने सम्पूर्ण वातावरण को जीवंत कर दिया।जहाँ अभिव्यक्ति मंच-नृत्य-गायन, लेखन एवं छात्र संसद जैसी प्रतियोगिताओं में प्रतिभागी,‘विकसित भारत, सशक्त भविष्य की ओर’विषयवस्तु पर आधारित राष्ट्रप्रेम से ओतप्रोत प्रस्तुतियाँ देते नज़र आए, वहीं परिधानिका में छात्रों ने भारत के विभिन्न राज्यों के पारंपरिक परिधानों के माध्यम से देश की सांस्कृतिक विरासत को उजागर किया।
छात्र संसद में दिखी संसदीय कार्यशैली की छवि
कार्यक्रम के द्वितीय दिवस की शुरुआत प्रातः 9 बजे लेखन प्रतियोगिता के साथ हुई। इसके प्रथम चरण में भोपाल के 8 प्रमुख हिन्दी विद्यालयों के 400 से अधिक छात्रों ने प्रतिभाग किया था, जिनमें से चयनित 50 विद्यार्थियों को द्वितीय चरण में प्रतिभाग करने का सुनहरा अवसर मिला। विद्यार्थियों ने विकसित भारत से संबंधित विषयों पर अपनी रचनाओं के माध्यम से अपनी सामाजिक जागरूकता, वैचारिक एवं भाषीय कुशलता का परिचय दिया। इसके पश्चात प्रातः10 बजे से छात्र संसद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसका विषय “विकसित भारत की संकल्पना में शिक्षण संस्थानों का निजीकरण” था। गैर हिन्दी भाषीय राज्यों के छात्रों के हृदय में हिन्दी के प्रति प्रेम बढ़ाने के उद्देश्य से खिचड़ी प्रतियोगिता के प्रथम चरण का आयोजन भी किया गया, जिसमें विभिन्न रोचक एवं मनोरंजक खेलों के माध्यम से हिन्दी भाषा के प्रति छात्रों को जागरूक किया गया।इसके बाद, स्वदेशी ओपन माइक प्रतियोगिता ‘अभिव्यक्ति मंच’ में प्रतिभागियों ने लघु भाषण, कविता पाठ, वाद्ययंत्र, मुखर तालवाद्य (बीटबोक्सिंग)जैसी विधाओं में अपनी बहुमुखी प्रतिभाओं के प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंच प्रतियोगिता के निर्णायक आशुतोष सिंह ठाकुर ने इस कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई।
अभिव्यक्ति एवं परिधानिका में दिखी भारतीय संस्कृति की अनूठी झलक:
अभिव्यक्ति मंच की धमाकेदार प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया और दर्शकों की करतल ध्वनि से पूरा मैनिट परिसर गूंज उठा। ‘अभिव्यक्ति मंच’ प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार काव्य पाठ के लिए जोधपुर के वैभव पुरोहित को प्राप्त हुआ, मैनिट के लवीश चौहान को द्वितीय तथा सानिध्य श्रीवास्तव को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।अभिव्यक्ति गायन की सूरमयी शुरुआत कर्णिका नागपुरे की गणेश वंदना प्रस्तुति से हुई। नवोत्थान नृत्य समूह ने महाभारत आधारित गीत पर एवं राजा राम की धुन पर शानदार प्रस्तुति दी, जिसने दर्शकों को रोमांचित कर दिया।नृत्य की प्रस्तुतियों में कथक, भरतनाट्यम एवं ओडिसी नृत्य ने कार्यक्रम की शोभा को बढ़ाया। सामूहिक नृत्य में केरल का तेय्यम नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा। अभिव्यक्ति गायन प्रतियोगिता में अहलादबैंड एवं आरजू बैंडकी शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुतियों को दर्शकों की ओर से विशेष सराहना प्राप्त हुई। नृत्य और गायन में कला और संगीत के इस अद्भुत समन्वय ने दर्शकों का दिल जीत लिया।नृत्य प्रतियोगिता की निर्णायिका अपर्णा चतुर्वेदी एवं गायन प्रतियोगिता के निर्णायक एस.एल.भट्ट रहे। इसी कड़ी में निर्णायक राहुल रस्तोगी की उपस्थिति में आयोजित परिधानिका (स्वदेशी फैशन शो) में प्रतिभागियों नेदेश के विभिन्न राज्यों जैसे गुजरात, राजस्थान, मेघालय, उत्तराखंड एवं दक्षिण भारतीय राज्यों के सांस्कृतिक परिधानों के प्रदर्शन से दर्शकों को देश की समृद्ध परंपराओं एवं विविध सभ्यता की हृदयस्पर्शी झलक दिखाई।
कार्यक्रम के तृतीय और अंतिम दिवस पर नुक्कड़ नाटक, चक्रव्यूह (ट्रेज़र हंट) एवं खिचड़ी प्रतियोगिता का अंतिम चरण आयोजित किया जाएगा। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सामाजिक मुद्दों का प्रसारण होगा एवं चक्रव्यूह प्रतियोगिता में छात्र अपनी बौद्धिक प्रतिभा एवं संयम से परिचित होंगे। इसके साथ ही रविवार शाम को अखिल भारतीय युवा कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें शृंगार रस के प्रतिष्ठित कवि विष्णु सक्सेना, वीर रस के सम्मानित कवि राम भदावर, विशिष्ट कवि श्लेष गौतम एवं अन्य युवा कवि अपनी काव्य रचनाओं और बुलंद सुरों से कार्यक्रम को एक नई ऊर्जा प्रदान करेंगे। इन सभी कार्यक्रमों के आयोजन से दिन अत्यंत वृहद एवं रोमांचक होने वाला है।