सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : तुर्की की प्रमुख इंजीनियरिंग कंपनी टीआईएस (TIS) ने अब भारत में प्रवेश की योजना बनाई है ताकि देश की महत्वपूर्ण संरचनाओं को भूकंप से सुरक्षित किया जा सके। म्यांमार में अप्रैल 2024 में आए भूकंप और भारत में बढ़ती भूकंपीय संवेदनशीलता को देखते हुए टीआईएस भारत में अपने अत्याधुनिक सीस्मिक आइसोलेशन सिस्टम्स को प्रस्तुत करना चाहती है।
टीआईएस के महाप्रबंधक उगुरकान ओजकामुर ने कहा, “भारत भी तुर्की की तरह सक्रिय फॉल्ट लाइनों पर स्थित है। हमारा उद्देश्य केवल तकनीक लाना नहीं, बल्कि स्थानीय भागीदारों के साथ मिलकर भारत के बुनियादी ढांचे को दीर्घकालिक रूप से मजबूत बनाना है।”
टीआईएस ने 2017 से लेकर अब तक इटली, ग्रीस, अज़रबैजान, ताइवान, मैक्सिको और चिली जैसे देशों में सफलतापूर्वक अपने सीस्मिक तकनीक को लागू किया है। तुर्की में 2023 के विनाशकारी भूकंपों के दौरान टीआईएस की तकनीक ने अस्पतालों और सार्वजनिक भवनों को सुरक्षित रखा।
भारत में हाल के वर्षों में गुजरात, दिल्ली, हिमाचल और असम में आए भूकंपों ने इस तकनीक की जरूरत को और अधिक बढ़ा दिया है। टीआईएस अब भारतीय आर्किटेक्ट्स, डेवलपर्स और सरकारी एजेंसियों के साथ मिलकर एक मजबूत भूकंप-रोधी बुनियादी ढांचे की दिशा में काम करना चाहता है।
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