सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: तिरुपति मंदिर के प्रबंधन ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की कि मंदिर का प्रसाद अब पूरी तरह से पवित्र है। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के कार्यकारी अधिकारी जे श्यामला राव ने बताया कि हाल ही में किए गए चार लैब परीक्षणों में घी में जानवरों की चर्बी की पुष्टि हुई थी, जिसके बाद सप्लायर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

तिरुपति मंदिर के 300 साल पुराने किचन में हर दिन लगभग 3.50 लाख लड्डू बनाए जाते हैं, जो कि मंदिर का मुख्य प्रसाद है। मंदिर ट्रस्ट हर साल प्रसादम से करीब 500 करोड़ रुपए की आय प्राप्त करता है।

इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने आरोप लगाया है कि वर्तमान सरकार इस मुद्दे का राजनीतिक लाभ उठा रही है। उन्होंने कहा कि सीएम चंद्रबाबू नायडू ने जानबूझकर तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है।

डेयरी कंपनी अमूल ने भी इस विवाद में सफाई दी है, stating कि उसने कभी तिरुपति मंदिर को घी की सप्लाई नहीं की।

इस घटना के बाद TTD ने घी सप्लाई करने वाली सभी कंपनियों के साथ अनुबंध खत्म कर दिया है। इनमें से केवल एआर डेयरी के घी में अशुद्धता की पुष्टि हुई है।

इस मामले पर आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने भी बयान दिया है कि राष्ट्रीय स्तर पर ‘सनातन धर्म रक्षण बोर्ड’ का गठन किया जाना चाहिए।

लड्डू बनाने की प्रक्रिया में शामिल 200 ब्राह्मणों की मेहनत से तिरुपति मंदिर का प्रसाद श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्व रखता है।

इस मामले को लेकर भक्तों में चिंता और आक्रोश है, और इस मुद्दे पर और जांच की आवश्यकता महसूस की जा रही है।