सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और YSR कांग्रेस पार्टी के चीफ जगन मोहन रेड्डी 28 सितंबर को तिरुमला पहाड़ी स्थित भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर जाएंगे। यह दौरा तिरुपति लड्डू विवाद के बीच हो रहा है, जिसमें आरोप लगाए गए थे कि लड्डू में जानवरों की चर्बी और फिश ऑयल मिलाया गया था।

TDP (तेलुगु देशम पार्टी) ने जगन मोहन पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें मंदिर में प्रवेश तभी मिलना चाहिए, जब वह भगवान बालाजी पर अपनी आस्था को स्पष्ट करते हुए घोषणापत्र पर साइन करें। टीडीपी ने दावा किया कि जगन पिछले कई सालों से बिना साइन किए मंदिर में प्रवेश कर रहे हैं।

लड्डू विवाद पर बढ़ा विवाद
यह विवाद तब शुरू हुआ जब टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया कि YSR कांग्रेस सरकार के दौरान तिरुपति मंदिर के लड्डू में चर्बी और फिश ऑयल मिलाया गया था। इसके बाद मंदिर प्रशासन ने इस मामले की जांच की और घी सप्लायर को ब्लैकलिस्ट कर दिया।

तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने की शुद्धि
TTD ने मंदिर की शुद्धि के लिए महाशांति यज्ञ का आयोजन किया, जिसमें अन्नप्रसादम और लड्डू की शुद्धि की गई। मंदिर के पुजारियों ने भक्तों से अपील की कि अब उन्हें किसी भी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है और वे भगवान बालाजी के दर्शन कर सकते हैं।

लड्डू का किचन: 300 साल पुरानी परंपरा
तिरुपति मंदिर में शुद्ध देसी घी से बनाए गए लड्डू प्रसादम की 300 साल पुरानी परंपरा है। यहां हर दिन 3.5 लाख लड्डू बनाए जाते हैं, जिनमें शुद्ध घी, बेसन, काजू, और चीनी का इस्तेमाल होता है।