भोपाल । बारिश के इस मौसम में वायरल जनित बीमारियों के बढऩे के साथ ही कंजक्टिवाइटिस (आंखें का लाल होना) की बीमारी भी लोगों को परेशान कर रही है। अस्पतालों में कंजक्टिवाइटिस से पीडि़त मरीज काफी संख्या में आ रहे हैं। नेत्र विभाग की ओपीडी में मरीजों की लंबी कतारें लगी रहती हैं।

नेत्र रोग विशेषज्ञों का कहना है कि आंखों में एक पारदर्शी पतली झिल्ली, कंजक्टिवा होती है जो पलकों के अंदरूनी व आंखों की पुतली के सफेद भाग को कवर करती है, इसमें सूजन आने या संक्रमित होने को कंजक्टिवाइटिस या आंख आना कहते हैं। अगर व्यक्ति को कंजक्टिवाइटिस हो जाए तो उसे नेत्र रोग विशेषज्ञ से इलाज लेना चाहिए। रोगी के रूमाल या तौलिए को घर के दूसरे सदस्य उपयोग में न लें।

 

कंजक्टिवाइटिस के लक्षण

कंजक्टिवाइटिस से बहुत ही दुर्लभ मामलों में दृष्टि प्रभावित होती है। यह संक्रामक होता है, और तेजी से फैल सकता है। अगर किसी को एक या दोनों आंखों का लाल या गुलाबी दिखाई दे, आंखों में जलन या खुजली हो, आंखों से पानी जैसा या गाढ़ा डिस्चार्ज निकलने लगे और आंखों में किरकिरी महसूस हो या आंखों में सूजन आ जाए। अगर यह लक्षण दिखाई दें तो समझ लेना चाहिए कि कंजक्टिवाइटिस हो गया है।