भोपाल ।  कोरोना काल से बंद पडे राजधानी के सिनेमाघर अभी भी अपने पुराने दौर में नहीं लौट पाए हैं। बीते इक्कीस महीनों से बंद पडे सिनेमाघरों को अपने पुराने रंग रंगने में अभी और समय लगेगा। लोगों में अभी कोरोनाकाल की दहशत बनीं हुई है यही वजह है कि दर्शकों की सिनेमाघरों से दूरी बनाकर रखी है। हाल ही रीलिज हुई राजकुमार राव की बधाई दो और आलिया भट्ट की गंगू बाई काठियावाड़ी जैसी फिल्में भी सिनेमाघरों की पुरानी रंगत नहीं लौटा पा रहीं। सिनेमाघर संचालकों का कहना है कि जब सूर्यवंशी रिलीज हुई थी, तब लगा था कि सब ठीक हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके बाद अंतिम, 83, सत्यमेव जयते 2, तड़प जैसी फिल्में रिलीज हुईं, जो पिट गईं। तब से अभी तक सिनेमाघरों की स्थिति खराब है।

उनमें 20-25 फीसद ही लोग आ रहे हैं। हर शो में एक चौथाई सीटें भी नहीं भर पा रही हैं। भारत सिनेप्लेक्स के अश्वनी अग्रवाल कहते हैं कि कोरोना काल में जो नुकसान हुआ, उसे भरने में सालों लगेंगे। कोरोना के पहले लोगों को सिनेमाघर में जाकर फिल्म देखने की आदत थी। लोग महीने में दो फिल्में देख ही लेते थे, लेकिन 21 महीने सिनेमाघर बंद होने की वजह से ऐसा लगने लगा है कि लोगों की फिल्म देखने की आदत छूट गई है।

बीच में कुछ वक्त के लिए सिनेमाघर शुरू हुए थे, लेकिन तब भी अच्छी फिल्में रिलीज नहीं हुईं, तो मजबूरी में बंद करने पड़े, क्योंकि 5-6 दर्शकों के लिए फिल्म दिखाना घाटे का सौदा है। ज्योति टॉकीज के राकेश नरूला कहते हैं कि बधाई दो फिल्म 30-40 फीसद चली। वहीं गंगूबाई काठियावाड़ी 40-50 फीसद चल रही है। मेरे मुताबिक कोरोना के असर के अलावा ये वजह भी है कि अभी फिल्में इतनी अच्छी नहीं आ रहीं कि वे लोगों को सिनेमाघर तक खींचे। अक्षय कुमार की बच्चन पांडे 18 मार्च को रिलीज होगी।

उससे भीड़ वापस आने की उम्मीद है। 19 अगस्त 2021 को बेल बाटम फिल्म से सिनेमाघर खुले थे। इसके बाद 26 अगस्त को अमिताभ बच्चन व इमरान हाशमी की चेहरे फिल्म आई थी, लेकिन तब भी लोग सिनेमाघर नहीं पहुंचे। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद मार्च में सिनेमाघर बंद कर दिए गए थे। इसके बाद स्थितियां सामान्य होते ही जुलाई माह में जिला प्रशासन ने 50 फीसद दर्शक क्षमता के साथ सिनेमाघर खोलने के आदेश दिए थे, लेकिन नई फिल्में न आने की वजह से अधिकतर सिनेमाघर संचालकों ने सिनेमाघर नहीं खोला।

दिसंबर में ओमिक्रान की दस्तक के बाद सिनेमाघर दोबारा बंद हो गए थे। अब गंगूबाई काठियावाड़ी फिल्म की वजह से सिनेमाघर शुरू हुआ है। वहीं एमपी सिनेमा एसोसिएशन के सचिव अजीजुद्दीन का कहना है कि गंगूबाई काठियावाड़ी में भीड़ नहीं है। अब 11 मार्च को आ रही फिल्म राधेश्याम और 18 मार्च को आ रही फिल्म बच्चन पांडे से उम्मीद है कि सिनेमाघर वापस दर्शकों से भरेगा। अभी तो कोरोना से जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई शुरू भी नहीं हुई है।