नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर के पास भड़काऊ नारेबाजी के मामले में अश्विनी उपाध्याय की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। मामले में उपाध्याय समेत पांच लोगों की जांच की जाएगी। दिल्ली पुलिस ने यह जानकारी दी है। इससे पहले पुलिस ने कहा था कि इस घटना में शामिल अश्विनी उपाध्याय और अन्य को गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा था कि हम कानून के मुताबिक मामले को संभाल रहे हैं। किसी भी तरह की सांप्रदायिक विद्वेष को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ज्ञात हो कि भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर रविवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर शुरू हुए ‘भारत जोड़ो आंदोलन’ के दौरान केंद्र सरकार से आजादी की 75वीं वर्षगांठ से पहले सभी अंग्रेजी कानूनों खत्म कर नए कानून बनाए जाने की मांग की गई। इस दौरान सैकड़ों की तादाद में उमड़ी भीड़ में शामिल लोगों द्वारा कथित तौर पर आपत्तिजनक सांप्रदायिक नारे भी लगाए गए। इस कार्यक्रम की अगुवाई सुप्रीम कोर्ट के वकील और पीआईएल मैन के नाम से प्रसिद्ध अश्विनी उपाध्याय ने की थी। अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि अंग्रेजी कानून बहुत घटिया हैं, इसीलिए प्रसिद्धि पाने के लिए मजहबी उन्माद फैलाया जाता है। जब तक घटिया अंग्रेजी कानूनों को बदलकर अच्छे कानून नहीं बनेंगे, तब तक अलगाववाद, कट्टरवाद और मजहबी उन्माद कम नहीं होगा 15 मिनट में हिंदुओं को खत्म करने वाला आज विधानसभा में बैठा है।