बिलासपुर । मल्हार के किले में मिली दफन लाश के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है। चार नाबालिग समेत 6 लोगो को गिफ्तार कर लिया है। चोरी की गाड़ी बेचकर मीले पैसे के बटवारा को लेकर दो लोगो के बीच विवाद हुआ। इसके बाद आरोपी ने अपने चार नाबालिग साथियों के साथ मिलकर दूसरे साथी की हत्याकर लाश किले में दफना दिया।
एडिशनल एसपी रोहित झा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मल्हार के छोटागढ़ किले में एक स्थान पर हाल ही में खोदे एवं पाट दिए गए गड्ढे से तेज दुर्गंध आने की शिकायत मस्तूरी चौकी को मिली थी। शिकायत पर पुलिस ने उस गड्ढे को वापस खुदवाया, जैसे ही 2 फीट मिट्टी हटाई तो लोगों की आंखें फटी की फटी रह गई। उस गड्ढे में एक व्यक्ति की लाश मौजूद थी। लाश को देखने पर पता चला कि उसे 6 से 7 दिन पहले दफनाया गया होगा। जब पुलिस ने स्थानीय लोगों से उस लाश की पहचान कराई तो मृतक की पहचान वार्ड क्रमांक 4 मल्हार निवासी 26 वर्षीय दीपक लोहार के रूप में हुई। किसी ने धारदार हथियार से उसकी हत्या कर सबूत छुपाने के लिए कब्र खोद कर उसकी लाश को दफना दिया था। लेकिन लाश तेज दुर्गंध आने के कारण पूरा भेद खुल गया। लाश मिलने के बाद पुलिस इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में जुट गई, इसी दौरान स्थानीय लोगों से पूछताछ के दौरान पता चला कि पैसे की लेनदेन को लेकर मृतक का स्थानीय कुछ लोगों से विवाद था।
सुराग मिलते ही कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और फिर पूरा मामला सामने आ गया। पता चला कि पैसे के लेनदेन के विवाद में ही वार्ड क्रमांक 4 में ही रहने वाले मनी शंकर कैवर्त और वार्ड क्रमांक 10 ब्रह्मदेव चौक में रहने वाले अजय कुमार भैना ने अपने चार नाबालिग साथियों के साथ योजनाबद्ध तरीके से दीपक लोहार की हत्या कर दी थी और फिर सबूत छुपाने के लिए उसे छोटा गढ़ किले के सुनसान इलाके में गड्ढा खोदकर दबा दिया था। आरोपियों के अनुसार मृतक दीपक लोहार और आरोपी अजय भैना ने मिलकर एक मोटरसाइकल चुराया था। जिसे बेचकर मिले रकम का बंटवारा करते समय दोनों के बीच विवाद हो गया था। इसके बाद दीपक ने अजय की हत्या करने की बात कर रहा था। लिहाजा अजय ने ही प्लान बनाकर उसकी हत्या कर दी। मामला प्रकाश में आने के 24 घंटे के भीतर ही पुलिस ने इस कत्ल की गुत्थी को समझाते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।