मुंबई। देश का विदेशी मुद्रा भंडार तीन सितंबर को समाप्त सप्ताह में 8.895 अरब डॉलर बढ़कर 642.453 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा हाल ही में जारी ‎किए गए ताजा आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। विदेशी मुद्रा भंडार इससे पिछले 27 अगस्त को समाप्त सप्ताह के दौरान 16.663 अरब डॉलर बढ़कर 633.558 अरब डॉलर हो गया था। इस वृद्धि का मुख्य कारण विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) होल्डिंग्स में वृद्धि होना था। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत को 12.57 अरब डॉलर एसडीआर का आवंटन किया था। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा जारी ‎किए गए साप्ताहिक आंकड़ों में दर्शाया गया है कि तीन सितंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में यह वृद्धि मुख्य तौर पर विदेशीमुद्रा आस्तियों (एफसीए) के बढ़ने की वजह से हुई है जो कुल मुद्राभंडार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। रिजर्व बैंक ने कहा कि आलोच्य सप्ताह में भारत की विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 8.213 अरब डॉलर बढ़कर 579.813 अरब डॉलर पर पहुंच गई। डॉलर में बताई जाने वाली विदेशी मुद्रा संपत्ति में विदेशी मुद्रा भंडार में रखी यूरो, पाउंड और येन जैसी दूसरी विदेशी मुद्राओं के मूल्य में वृद्धि या कमी का प्रभाव भी शामिल होता है। आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन सप्ताह में स्वर्ण आरक्षित भंडार 64.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 38.083 अरब डॉलर हो गया। आईएमएफ में देश का विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 2.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 19.437 अरब डॉलर हो गया। जबकि आईएमएफ में देश का आरक्षित विदेशी मुद्रा भंडार 1.1 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.121 अरब डॉलर पर पहुंच गया।