सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क– इंटीग्रेटेड ट्रेड- न्यूज़ भोपाल:नई दिल्ली: मॉनसून के मौसम में सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही हैं। टमाटर, जो कभी 10 रुपये किलो बिकता था, अब 80 रुपये किलो तक पहुंच गया है। इस समस्या से निपटने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) ने नई हाइब्रिड किस्मों की खेती पर जोर दिया है। इन नई किस्मों को उगाने से न केवल कीमतें नियंत्रण में रहेंगी, बल्कि किसानों को भी बड़ा फायदा होगा।
तीन सप्ताह की शेल्फ लाइफ का दावा
भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान (IIHR) ने ‘अर्का रक्षक’ और ‘अर्का अबेध’ नाम की दो हाइब्रिड टमाटर किस्में विकसित की हैं। इन किस्मों की शेल्फ लाइफ तीन सप्ताह तक है, जो कि वर्तमान में बिकने वाले टमाटरों से कहीं ज्यादा है। मौजूदा टमाटरों की शेल्फ लाइफ केवल 7-10 दिन होती है।
फसल का नुकसान रोकने में कारगर
मॉनसून में भारी बारिश से फसल बर्बाद होने का खतरा रहता है, लेकिन नई हाइब्रिड किस्में इस नुकसान को काफी हद तक कम कर सकती हैं। ICAR के महानिदेशक हिमांशु पाठक के अनुसार, “हमने टमाटर की एक किस्म विकसित की है, जिसकी शेल्फ लाइफ तीन सप्ताह तक है। इससे जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी।”
3600 करोड़ का कारोबार
IIHR के वरिष्ठ वैज्ञानिक चन्द्रशेखर सी के अनुसार, ‘अर्का रक्षक’ भारत का पहला ट्रिपल रोग प्रतिरोधी टमाटर एफ1 हाइब्रिड है, जिसकी खेती 7,000 हेक्टेयर में की जाती है। इस हाइब्रिड तकनीक का लाइसेंस 11 कंपनियों को दिया गया है और इसने 2012-22 के दौरान बीज बिक्री से 3,600 करोड़ रुपये का कारोबार किया है।
राष्ट्रीय बीज निगम के साथ साझेदारी
IIHR ने बीज की बिक्री और कवरेज बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय बीज निगम के साथ साझेदारी की है। भारत में 8-10 लाख हेक्टेयर में टमाटर की खेती होती है, लेकिन इन नई किस्मों के कवरेज का सटीक डेटा उपलब्ध नहीं है।
सरकार की जिम्मेदारी
बढ़ती सब्जियों की कीमतों से आम जनता परेशान है। अब यह सरकार की जिम्मेदारी है कि इस नई कृषि नवाचार का लाभ उठाते हुए किसानों को जागरूक करे और इन नई किस्मों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करे। इससे न केवल टमाटर की कीमतें कम होंगी, बल्कि किसानों की आय में भी वृद्धि होगी।
नई हाइब्रिड किस्में किसानों के लिए वरदान
टमाटर की इन नई हाइब्रिड किस्मों को अपनाकर किसान अपनी फसल को दूर मार्केट में बिना किसी नुकसान के भेज सकते हैं। ये किस्में टमाटर लीफ कर्ल वायरस, बैक्टीरियल विल्ट और अर्ली ब्लाइट जैसी बीमारियों से भी प्रतिरोध प्रदान करती हैं।
आने वाले समय में
अगर किसान इन किस्मों को उगाने में सफल होते हैं, तो आने वाले समय में टमाटर की कीमतें नियंत्रण में रहेंगी और किसानों को भी बड़ा लाभ होगा। ऐसे में किसानों को इन नई किस्मों के फायदे समझाने और उन्हें उगाने के लिए प्रेरित करना बेहद जरूरी है।