सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्कआईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: कर्नाटक के महाराजा ट्रॉफी टी-20 टूर्नामेंट के लीग मैच में 1 नहीं, 2 नहीं, बल्कि 3-3 सुपर-ओवर फेंकने पड़ गए। आखिरी सुपर ओवर में भी आखिरी बॉल पर लगे चौके से मैच का फैसला हुआ। यह रोमांचक मुकाबला शुक्रवार, 23 अगस्त को हुबली टाइगर्स और बेंगलुरु ब्लास्टर्स के बीच बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला गया। इसे तीसरे ओवर में हुबली ने जीता।

टी-20 क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। इससे पहले कई मुकाबलों में 2-2 सुपर ओवर हो चुके थे। इसी साल जनवरी में भारत और अफगानिस्तान के बीच टी-20 सीरीज के तीसरे मुकाबले में ही 2 सुपर ओवर के बाद भारत को जीत मिली थी।

हुबली टाइगर्स ने बनाए 164 रन

महाराजा कप में लीग स्टेज के 17वें मुकाबले में बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला गया। बेंगलुरु ब्लास्टर्स ने टॉस जीतकर बॉलिंग चुनी। हुबली से मोहम्मद ताहा ने 31, कप्तान मनीष पांडे ने 33, अनीश्वर गौतम ने 30 और मानवंत कुमार ने 27 रन बनाकर स्कोर 164 तक पहुंचा दिया।

आखिरी 5 बॉल पर 2 रन नहीं बना सकी बेंगलुरु

165 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी बेंगलुरु से कप्तान मयंक अग्रवाल ने 54 रन बनाए। सूरज आहूजा ने 26 और नवीन एमजी ने 19 रन बनाकर मुकाबला आखिरी ओवर तक पहुंचा दिया। आखिरी ओवर में 6 रन चाहिए थे, टीम से नवीन ने पहली ही बॉल पर चौका लगा दिया।

आखिरी 5 बॉल पर टीम को 2 ही रन की जरूरत थी। यहां हुबली के एलआर कुमार ने नवीन को कैच आउट करा दिया। कुमार ने अगली 2 गेंदें डॉट करा दीं। पांचवीं बॉल पर एक रन बना, आखिरी बॉल पर एक रन चाहिए। कुमार ने बॉल फेंकी, हुबली के बैटर्स पास खड़े फील्डर के हाथ में बॉल मारकर रन लेने के लिए दौड़े, लेकिन रन पूरा नहीं कर सके। इस तरह दोनों टीमें 164-164 रन ही बना सकी और मुकाबला टाई हो गया।