सपने को साकार किया देश के संचार क्रान्ति के जनक स्व.राजीव गांधी जी को सोच पंचायती राज्य की स्थपना करने वाला पहला राज्य स्थापित करने का यश अजिॅत किया यह एक बुनियादी परिवर्तन का इस परिवर्तन से सुदूर अंचलों और विकास की बाट जोहटे ग्रामीणों को बेहतर जीवन देने के लिये बराबर का भागीदार बनाया एवं समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति को प्रथम श्रेणी मे लाये इस व्यवस्था के तहत विकास प्रतिक्रिया को निर्धारित करने का अधिकार पंचायतों और क्रियान्वयन का जिम्मा ग्रामीणवासियों को दिया नेतृत्व करने का अधिकार समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति को दिया दिग्विजय सिंह की सरकार ने पंचायत चुनाव की घोषणा थी प्रत्युचरणो का दौर शुरू हुआ था दिग्विजय सिंह अपने फैसलों पर अडिग रहते थे उन्होंने स्वाधीन सत्ता की बढते कदम वापसी नही लिये पंचायत चुनाव से समाज में सदियों से शोषित वर्ग में चेतना का संचार किया अनुसूचितजाति,जनजाति,महिलाओं एवं पिछड़ा वर्ग को निश्चित भागीदारी मिली महिलायें धूंधट से बाहर आई ग्राम पंचायत ही नही कई जिलों में खेतों में काम करने वाली महिलायें और पुरुष समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ साथ जिला सरकार के प्रमूख बने, एवं नगर पालिकाओं में अध्यक्ष के साथ महा नगरों मे महापौर तक बने ,एक समय था जब पंचायतों के पद पुष्तेनी होकर रह गये थे पर दिग्विजय सिंह के इस क्रान्तिकारी फैसले से प्रदेश में समतामूलक समाज की स्थापना हूई गांवों की तस्वीरों मे खुशहाली का रंग भरने लगा भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में सत्ता के विकेंद्रीयकरण का यह फैसला सबसे चमकीला और महत्वपूर्ण था दिग्विजय सिंह के इस निर्णय को राष्ट्रीय ही नही अंतराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया तत्कालीन प्रधान मंत्री श्री इंद्रकुमार गुजराल ने अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रीयों को लिखे पत्र में सुझाव दिये की मध्यप्रदेश में लागू पंचायती राज्य व्यवस्था एक आदर्श व्यवस्था है ,जिसको देश के सभी राज्यों में लागू किया जाना चाहिए गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्रियों द्वारा की गई प्रशंसा एवं सफलताएं देखकर पार्टी में चल रही प्रतिक्रिया को स्तबध कर दिया आप आपने पहले कार्यकाल में पंचायती राज्य के आलावा प्रदेश के संवागीॅण विकास की दिशा में झुग्गीवासियों के अंधकार को जीवन में रोशनी लाने की एक बत्ती कनेक्शन नि:शुल्क दिये गये व 31 मई 1998तक काबिज जनों को जमीन के पटटे राजीव गांधी आश्रय योजना बनाकर दिये पटटे धारियों को स्वामित्व सौपा, किसनों के जीवन को खुशहाल बनाने रे लिये पाँच हास पावर के विधुत कनेक्शन निशुल्क दिये दिग्विजय सिंह ने पिछड़ा वर्ग को 14प्रतिशत आरक्षण को बढाते हुये 27प्रतिशत आरक्षण देने का ऐतिहासिक कदम उठाया ,दलित वर्ग को दलित एजेंडा लागू कर दलित वर्ग का जीवन स्तर सुधारा ,आपने कार्यकाल में भी ग्रामीण जीवन को महत्वपूर्ण समस्याओं अविवाहित नामांतरण और बंटवारे के मामले निपटाने का अधिकार ग्राम पंचायतों को दिया ,महिलाओं का सशक्तिकरण किया, जल रोको अभियान की शुरूआत की कृषि नीति आदिवासी विकास परियोजनाओं अल्पसंख्यक उत्थान विकास के अभूतपूर्व निर्णय लिये गये ऐसे है हर दिल अजिज दिग्विजय सिंह