सीहोर / इछावर । सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर ग्रामीण क्षेत्रों में सामुदायिक सुलभ शौचालय का निर्माण करवा रही है। लेकिन ग्राम पंचायत के सरपंच सचिवों द्वारा अपनी मनमानी कर इनमें भ्रष्टाचार कर रहे हैं। मामला सीहोर जिले के इछावर ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत आर्या का है जहां गांव में सार्वजनिक उपयोग के लिए बनाए गए सुलभ शौचालय आधा अधूरा निर्माण कराकर छोड़ दिया गया है। जिससे शौचालय के आस-पास घास फूस उग गया है। शौचालय के चारो ओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। सार्वजनिक शौचालय के निर्माण में एक तरफ शौचालय का निर्माण गुणवत्ता विहीन तो दूसरे तरफ उसमे कंकरेट तक नही कराया। वही सुलभ शौचालय के अंदर का पूरा काम अधूरा पड़ा हैं। वही सरपंच सचिव द्वारा बाहर से रंगाई पुताई कराकर स्वच्छता अभियान का स्लोगन लिखा गया।
सुलभ कांप्लेक्स बना अय्यासी का अड्डा
ग्रामीणों ने बताया सुलभ कांप्लेक्स असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है। शासन द्वारा बनाए गए सुलभ कांप्लेक्स में लोग शराब पीते हैं।ओर बोतल यहीं छोड़कर चले जाते हैं।
जब टीम द्वारा ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर देखा तो शराब की खाली बोतल और खाली पानी के पहुच पड़े हुए थे।
ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री आवास में सरपंच सचिव पर लगाए भेदभाव के आरोप
वही ग्राम पंचायत आर्या में प्रधानमंत्री आवास योजना भ्रष्टाचार में लिप्त है। यहां ग्रामीणों ने सरपंच सचिव प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देने में भेदभाव करने के आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि मुंह देखकर एवं बड़े बड़े लोगो को योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। ग्रामीण छगन सूर्यवंशी ने बताया कि मेरा घर कच्चा है वह मेरी आर्थिक स्थिति कमजोर है इसके बाद भी मुझे ग्राम पंचायत द्वार पीएम आवास नहीं दिया जा रहा है। छगन सूर्यवंशी ने बताया कि ग्राम के कई बड़े बड़े लोगों को आवास मिल चुके हैं,जिनके पास पहले से ही मकान है। लेकिन मुझे अबतक आवास नहीं दिया जा रहा है। उनका कहना है कि ग्राम में कई गरीब लोग ऐसे हैं जिनको मकान दिए हैं लेकिन दो साल से आधे अधूरे पड़े हैं। कहीं पीएम आवास पर तो छत तक नहीं है।