सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : अमेरिका में पढ़ाई का सपना देखने वाले भारतीय छात्रों के लिए एक नई चुनौती सामने आई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए वीजा प्रक्रिया में कड़ा बदलाव करते हुए अब आवेदकों के सोशल मीडिया अकाउंट की जांच अनिवार्य कर दी है। इस फैसले के तहत वीजा देने से पहले अमेरिकी अधिकारी छात्र के फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर की गई गतिविधियों का विश्लेषण करेंगे।

इस निर्णय के सामने आने के बाद भारतीय छात्रों के बीच घबराहट का माहौल है। कई छात्र अब अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स से पुराने पोस्ट, खासकर राजनीतिक और विचारात्मक टिप्पणियों को डिलीट कर रहे हैं। कुछ ने तो पूरे अकाउंट ही डिलीट कर दिए हैं ताकि उन्हें अमेरिका में प्रवेश के दौरान किसी तरह की अड़चन न झेलनी पड़े।

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के एक आंतरिक ज्ञापन में स्पष्ट किया गया है कि यह कदम अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और वैचारिक कट्टरता की जांच के उद्देश्य से उठाया गया है। हालांकि, छात्रों का मानना है कि यह फैसला निजता के अधिकार पर आघात है और उन्हें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से वंचित करता है।

विशेषज्ञों के अनुसार, यह बदलाव न केवल भारतीय छात्रों बल्कि अन्य देशों के विद्यार्थियों को भी प्रभावित करेगा और अमेरिका में उच्च शिक्षा की चाह रखने वाले युवाओं के लिए एक नई बाधा बनकर उभरेगा।

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