आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने सोमवार, 27 नवंबर को खेल मंत्री रोशन रणसिंघे को बर्खास्त कर दिया। बता दें, वर्ल्ड कप 2023 में खराब प्रदर्शन के बाद रणसिंघे ने 6 नवंबर को पूरे श्रीलंका क्रिकेट (SLC) बोर्ड को निलंबित कर दिया और विश्व विजेता कप्तान अर्जुन रणतुंगा की अगुआई में अंतरिम समिति गठित कर दी थी।
इसके बाद अपील कोर्ट ने एक दिन बाद SLC को बहाल कर दिया था। रोशन रणसिंघे के बाहर होने से इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) द्वारा SLC के निलंबन को हटाने में आसानी हो सकती है, हालांकि यह निश्चित नहीं है।
रोशन ने संसद में राष्ट्रपति के खिलाफ आरोप लगाए
पर्यटन एवं भूमि मंत्री हरिन फर्नांडो को रोशन की जगह खेल एवं युवा मामले की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले, सोमवार को रोशन ने संसद में राष्ट्रपति के खिलाफ आरोप लगाए थे। उन्होंने दावा किया था कि देश के क्रिकेट प्रशासन में भ्रष्टाचार उजागर करने के कारण उनकी जान को खतरा है।
खेल मंत्री ने बोर्ड को बर्खास्त किया था
वर्ल्ड कप में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद रोशन ने 6 नवंबर को श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (SLC) को बर्खास्त कर दिया था। श्रीलंका क्रिकेट के लिए एक अंतरिम बोर्ड का गठन भी किया था। खेल मंत्री रोशन रणसिंघे के कार्यालय ने एक बयान में कहा था कि, ‘देश के 1996 वर्ल्ड कप विजेता कप्तान अर्जुन रणतुंगा को नए अंतरिम बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।’ इसके बाद अपील कोर्ट ने एक दिन बाद SLC को बहाल कर दिया था।
बोर्ड पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए थे
बोर्ड पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगे थे। इससे पहले, भारत से मिली हार के बाद खेल मंत्री रोशन रणसिंघे ने 3 नवंबर के अपने एक बयान में श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को देशद्रोही और भ्रष्ट कहा था। उन्होंने बोर्ड के सदस्यों से इस्तीफा देने की मांग की थी। इसके बाद, श्रीलंका क्रिकेट के सचिव मोहन डी सिल्वा ने 4 नवंबर को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।