सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: स्पेन में हालिया बाढ़ ने इतिहास के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, जलवायु परिवर्तन इस भीषण बाढ़ का मुख्य कारण है। पूर्वी स्पेन के वैलेंशिया शहर में 29 अक्टूबर को मात्र आठ घंटे में 12 इंच बारिश हुई, जो एक साल में होने वाली वर्षा के बराबर है। इस प्राकृतिक आपदा के कारण कम से कम 158 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें वैलेंशिया में 155 मौतें शामिल हैं। कई लोग अभी भी लापता हैं, और उनकी तलाश जारी है।
बाढ़ के कारण लोग सुरक्षित स्थानों पर जाने में असमर्थ रहे। बाढ़ ने शहर की सड़कों, संचार और बिजली लाइनों को बुरी तरह प्रभावित किया है, जिससे कई इलाके पूरी तरह से कट गए हैं। राहत कार्यों के लिए सेना के 1,000 से ज्यादा सैनिकों को तैनात किया गया है, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि मदद पर्याप्त नहीं पहुंच रही है।
स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने लोगों को घरों में रहने की चेतावनी दी है, और तीन दिन की इमरजेंसी घोषित की गई है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में और बारिश की संभावना जताई है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस बाढ़ के पीछे ‘कट-ऑफ लो प्रेशर सिस्टम’ जिम्मेदार है, जिसने घने बादलों का निर्माण किया और भारी वर्षा का कारण बना। साथ ही, भूमध्य सागर का तापमान भी इस वर्ष असामान्य रूप से ऊँचा रहा, जो बारिश की एक अन्य वजह है।
इस बाढ़ ने वैलेंशिया में गंभीर तबाही मचाई है, जहाँ कीचड़ और कचरे से भरी सड़कें, डूबे हुए घर और प्रभावित व्यवसाय देखे जा रहे हैं।
स्पेन में पिछले 50 सालों में यह सबसे बड़ी बाढ़ मानी जा रही है। इससे पहले 1973 में बाढ़ से 150 लोगों की मौत हुई थी।
सुरक्षित रहने के लिए सभी से अपील की गई है कि वे सावधानी बरतें और आवश्यक सहायता प्राप्त करें।