सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : योजना एवं वास्तुकला विद्यालय (एसपीए) भोपाल का 11वां दीक्षांत समारोह संस्थान परिसर में आयोजित किया गया । प्रोफेसर किशोर कुमार बासा, अध्यक्ष, राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण, भारत सरकार, इस शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि थे ।
प्रो. हाकम दान चारण, अध्यक्ष, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स (शासी मण्डल) ने दीक्षांत समारोह के प्रारंभ की घोषणा की । निदेशक कैलासा राव एम. ने मुख्य अतिथि और उपस्थित गणमान्य अतिथियों एवं विद्यार्थियों का स्वागत किया एवं विगत वर्ष में हुई एसपीए भोपाल की गतिविधियों और उपलब्धियों की रिपोर्ट प्रस्तुत की । उन्होंने बताया कि हमारे छात्रों ने प्रसिद्ध संगठनों द्वारा आयोजित विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों, प्रतियोगिताओं और सम्मेलनों में भाग लेकर एवं पुरस्कृत होकर संस्थान का नाम रोशन किया ।
निदेशक ने पिछले वर्ष के दौरान संस्थान द्वारा आयोजित प्रमुख गतिविधियों से अवगत किया, जिनमें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, प्रशिक्षण कार्यक्रम, राष्ट्रीय कार्यशालाएं, उत्कृष्टता केंद्र स्थापना और प्रतिष्ठित अनुसंधान और परामर्श परियोजनाएं आदि शामिल हैं।
मुख्य अतिथि, प्रोफेसर किशोर कुमार बासा दो दशकों से अधिक समय तक उत्कल विश्वविद्यालय में पुरातत्व विभाग में प्रोफेसर पद पर भी कार्यरत रहे थे। उन्होंने दीक्षांत “एंथ्रोपोसीन के दौरान आर्किटेक्ट्स: भारत में एक पेशे के रूप में वास्तुकला के लिए चुनौतियां” विषय पर भाषण दिया और सभी स्नातकों को बधाई दी।
इस शुभ अवसर पर 263 स्नातकों (125 स्नातक, 129 परास्नातक, 9 पीएचडी) को उपाधियाँ (डिग्री) और पदक मुख्य अतिथि और अध्यक्ष, सीनेट (एसपीए भोपाल) द्वारा प्रदान किए गए, जिनमे वास्तुकला में स्नातक, योजना में स्नातक, वास्तुकला में परास्नातक (संरक्षण), वास्तुकला में परास्नातक (भूपरिद्र्श्य), वास्तुकला में परास्नातक (नगर अभिकल्पना), अभिकल्प में परास्नातक, योजना परास्नातक (पर्यावरण योजना), योजना परास्नातक (परिवहन योजना एवं लोजिस्टिक्स प्रबंधन), योजना परास्नातक (नगर एवं क्षेत्रीय योजना) एवं विद्या वाचस्पति (पीएचडी) शामिल थे । उपाधियों के अतिरिक्त दो उत्कृष्टता पदक, नौ प्रवीणता स्वर्ण पदक, एक प्रवीणता प्रशंसा पत्र, दस सर्वश्रेष्ठ थीसिस पुरस्कार एवं दो थीसिस के लिए प्रशंसा का प्रमाण पत्र भी प्रदान किये गये । प्रोफेसर नटराज क्रांति, डीन (शैक्षणिक) ने पूरे कार्यक्रम का समन्वय किया ।
आयोजन स्थल पर विभिन्न विभागों के विधार्थियों के द्वारा बनाए गए चयनित शैक्षणिक कार्यों की प्रदर्शनी आयोजित की गई । प्रदर्शनी में स्टूडियो कार्य, पोस्टर और डिज़ाइन शामिल थे ।