सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: बैंकों और एनबीएफसी के माध्यम से मिलने वाले गोल्ड लोन की मांग में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इक्रा की रिपोर्ट के अनुसार, गोल्ड लोन मार्केट सालाना 8.45% की दर से बढ़ रहा है और चालू वित्त वर्ष 2024-25 में ₹10 लाख करोड़ के गोल्ड लोन बांटे जाने की उम्मीद है। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ने अगले तीन वर्षों में इस आंकड़े को ₹15 लाख करोड़ तक पहुंचने का अनुमान लगाया है।
इक्रा के फाइनेंशियल सेक्टर रेटिंग्स के को-ग्रुप हेड एएम कार्तिक ने कहा कि “रिजर्व बैंक ने पर्सनल लोन जैसे असुरक्षित कर्ज के नियमों को सख्त कर दिया है। वहीं, सोने की बढ़ती कीमतों के कारण गोल्ड लोन लेने का ट्रेंड बढ़ रहा है।”
पिछले तीन वर्षों में बढ़ा गोल्ड लोन
बीते तीन वित्तीय वर्षों में गोल्ड लोन की मांग में औसतन 25% की वृद्धि हुई है। इस दौरान बैंकों की गोल्ड लोन बुक में 26% और एनबीएफसी की गोल्ड लोन बुक में 18% की वृद्धि देखी गई है।
गोल्ड लोन लेने से पहले ध्यान देने योग्य बातें
गोल्ड लोन लेने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखनी चाहिए, जैसे:
- ब्याज दर: विभिन्न लेंडरों द्वारा ब्याज दरों की तुलना करें।
- लोन-टू-वैल्यू रेशियो: कितना लोन मिल रहा है और सोने का मूल्य क्या है।
- सुरक्षा: लेंडर द्वारा सोने की सुरक्षा का सुनिश्चित करें।
गोल्ड लोन कैसे लें?
गोल्ड लोन के लिए सामान्यत: 3 से 2 साल तक का समय मिलता है। सबसे अधिक लोन आप ₹1 लाख के सोने पर ₹90 हजार प्राप्त कर सकते हैं। SBI और अन्य कंपनियां अलग-अलग राशि के लोन प्रदान करती हैं।
आवश्यक दस्तावेज
गोल्ड लोन के लिए आमतौर पर पैन कार्ड, आधार कार्ड और पते का प्रमाण आवश्यक होता है। क्रेडिट स्कोर इस प्रक्रिया में मायने नहीं रखता, जिससे यह एक सुरक्षित लोन विकल्प बनता है।
निष्कर्ष
गोल्ड लोन एक सुविधाजनक और जल्दी मिलने वाला लोन है, जो विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है जिन्हें तात्कालिक धन की आवश्यकता है। हालांकि, इसका उपयोग विवेकपूर्ण तरीके से करना चाहिए, विशेषकर बड़े खर्चों के लिए।