भोपालः मध्य प्रदेश में ग्वालियर-चंबल को छोड़कर राज्य के दूसरे हिस्सों में ठंड से थोड़ी राहत मिली है। पिछले तीन दिनों से शीतलहर का प्रकोप थोड़ा कम हुआ है, लेकिन मकर संक्रांति से कड़ाके की ठंड का दूसरा दौर शुरू होने की संभावना है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस के प्रभाव से देश के कई हिस्सों में बारिश होगी। इसके चलते एमपी में शीतलहर और कोहरे का प्रकोप फिर से बढ़ सकता है।
बीते तीन दिनों से प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में ठंड से थोड़ी राहत है। दिन में अच्छी धूप निकल रही है और ठंडी हवाओं का जोर भी कम पड़ा है। लेकिन ग्वालियर-चंबल अंचल अब भी कड़ाके की ठंड की चपेट में है। बुंदेलखंड और बघेलखंड में भी हाड़ कंपाने वाली ठंड का दौर लगातार जारी है। छतरपुर के नौगांव में रात का पारा 0 से 1 डिग्री के बीच है।

अगले तीन दिन तक इन इलाकों में मौसम में बदलाव की खास उम्मीद नहीं है। बाकी इलाकों में धूप खिलने की वजह से शीतलहर से कुछ राहत जरूर है, लेकिन यह तीन-चार दिन के लिए ही है। संक्रांति से ठंड फिर जोर पकड़ेगी।

मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 24 घंटे में उत्तर भारत में एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस पहुंच रहा है। इसके चलते दिल्ली एनसीआर, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में बारिश की संभावना है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस के असर से उत्तर भारत के राज्यों में तेज ठंड और पहाड़ों पर बर्फबारी हो सकती है। मध्यप्रदेश के कई शहरों में 14 जनवरी को इसका प्रभाव नजर आ सकता है। मकर संक्रांति से दिन में कोहरा रहने और रात में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है।