सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एक महिला ही परिवार की धुरी होती है और वह यदि स्वस्थ होगी तो अपने परिवार की बेहतर तरीके से देखभाल करने में सक्षम होगी। यह कहना है बीएमएचआरसी की प्रभारी निदेशक मनीषा श्रीवास्तव का। बीएमएचआरसी संस्थान में “स्वस्थ महिला एक समग्र द्रष्टिकोण” विषय पर आयोजित एक परिचर्चा को संबोधित करते हुए मनीषा ने कहा कि आपके पोश्चर की एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है, और प्रत्येक व्यक्ति को उसकी हाइट, वेट और हेल्थ के हिसाब से इस पर ध्यान देना चाहिए। देखने में ये चीजे बहुत छोटी है, लेकिन यदि इस पर ध्यान नहीं दिया तो खराब पोश्चर का जीवन में लंबे समय तक दुष्प्रभाव रहता है। अपने शरीर की श्रमदक्षता यानि Ergonomics का ध्यान रखते हुये ही सारे कार्य करना चाहिए।
आपके स्वास्थ्य के हिसाब से यदि चिकित्सक ने जमीन पर बैठने या झुककर काम करने के लिए मना किया है तो चिकित्सक की सलाह माननी चाहिए, कहावत है कि- Health is Wealth, हमारा स्वास्थ्य ही हमारा सबसे बड़ा धन है। अपनी दिनचर्या में फिटनेस मंत्र को अपनाते हुए स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें। यही आपकी चुस्ती-फुर्ती का आधार होगा, जो आपको फिट बनाए रखने में सहायक होगा।
कार्यक्रम में डॉ नेहल शाह ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी कि फिटनेस दिनचर्या में कोर मसल्स की स्थिरता को अक्सर अनदेखा किया जाता है, लेकिन यह शारीरिक स्वास्थ्य के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है। आपकी मुख्य मांसपेशियाँ, जिसमें पेट, पीठ और कूल्हों की मांसपेशियाँ शामिल हैं, यह प्रतिदिन की लगभग सभी गतिविधियों का आधार हैं। चाहे आप डेस्क पर बैठे हो, कुछ उठाने के लिए झुक रहे हों या खेल रहे हों, इसके लिए एक मजबूत कोर मसल्स स्थिरता आवश्यक है। कोर मसल्स स्थिरता से तात्पर्य है कि किसी भी गतिविधि के दौरान आपकी रीढ़ और पेलविस को सहारा देने और नियंत्रित करने कि आपकी कोर मांसपेशियों की क्षमता और ताकत दोनों शामिल हैं, जो आपके कोर मसल्स को बनाती हैं।
दैनिक गतिविधियों में एक मजबूत कोर अच्छा पोश्चर बनाए रखने में मदद करती है और रीढ़ की हड्डी को गलत तरीके से झुकने से रोकती हैं। अच्छा पोश्चर रीढ़ पर तनाव कम करता है और पीठ दर्द से राहत दिलाता है। कोर स्थिरता आपकी चोट की रोकथाम करती है। कमजोर कोर मांसपेशियों से उठने, झुकने या मुड़ने जैंसी रोज़मर्रा की गतिविधियों के दौरान चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है। यहाँ पर कोर मांसपेशियों की ताकत रीढ़ को स्थिर कर कमर के नीचे हिस्से में खिचाव, मोच और अन्य चोटों की संभावना को कम कर देते है। कम कर देते है।
कोर स्थिरता में सुधार के लिए सबसे सरल और एक मात्र उपाय- व्यायाम है, जिनमें प्लेंक, साइड प्लेंक और ब्रिज जैसे व्यायाम किए जा सकते है।