नई दिल्ली । भारत के छोटे शहर अब युवा आबादी की आकांक्षाओं से प्रेरित उद्यमिता के केंद्र बन गए हैं। यह बात ओयो के संस्थापक और समूह सीईओ रितेश अग्रवाल ने एक कार्यक्रम में कही है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि स्टार्टअप इकोसिस्टम के जरिए छोटे व्यवसायों को आगे बढ़ाने का मौका देने से देश में कई यूनिकॉर्न तैयार होंगे। उन्होंने ग्लोबल यूनिकॉर्न समिट में तकनीक के उपयोग से भारत की विशाल ग्रामीण आबादी को जोड़ने और उनकी आमदनी बढ़ाने में मदद करने पर जोर दिया।
इस कार्यक्रम का आयोजन सीआईआई और डीपीआईआईटी ने मिलकर किया है। उन्होंने कहा कि इंटरनेट सुविधा का तेजी से विस्तार, बड़े पैमाने पर कम लागत में तेजी से वितरण की गुंजाइश और पूंजी तक पहुंच के साथ देश के छोटे व्यवसायों के पास बड़ी कंपनियां बनने के अवसर हैं।
अग्रवाल ने कहा कि नया युवा भारत अपने कार्य क्षेत्रों में विश्व में अग्रणी बनाने की इच्छा रखता है। उन्होंने कहा कि इस बड़े अवसर में छोटे शहरों की प्रमुख भूमिका है। उन्होंने कहा कि ये शहर अब सिर्फ बाजार नहीं हैं, बल्कि यहां बड़े पैमाने पर नए उद्यमी बन रहे हैं और वे सिर्फ टियर-2 और टियर-3 बाजारों में खुश नहीं हैं। अग्रवाल ने कहा कि यह एक बेहद संरचनात्मक बदलाव है, जो भारत के छोटे शहरों में हो रहा है।