सिंगापुर । सिंगापुर से भारतीयों के लिए शुभ समाचार आ रहा है। दरअसल, सिंगापुर 29 नवंबर से भारत एवं इंडोनेशिया के पूर्ण टीकाकरण वाले यात्रियों को क्वारंटीन से मुक्त करने की अनुमति देने की योजना बना रहा है। इससे सिंगापुर उम्मीद कर रहा है कि उसे एक अंतरराष्ट्रीय संपर्क केंद्र का अपना दर्जा फिर से प्राप्त करने में मदद मिलेगी। एक खबर के अनुसार फिलहाल कनाडा, आस्ट्रेलिया और जर्मनी समेत 13 ऐसे देश हैं

जो सिंगापुर के टीकाकृत यात्रा लेन (वीटीएल) के अंतर्गत आते है। खबर के मुताबिक भारत एवं इंडोनेशिया से आने वाले यात्री 29 नवंबर से क्वारंटीन मुक्त यात्रा योजना के तहत सिंगापुर में कदम रख पाएंगे। उसके अलावा, कतर, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के यात्री छह दिसंबर से वीटीएल योजना के तहत सिगापुर में दाखिल हो पायेंगे।

वीटीएल के तहत यात्रियों को सिंगापुर पहुंचने पर घर में ही ठहरने (पृथक वास) का नोटिस नहीं दिया जाता है। इसके बजाय उन्हें यात्रा पर रवाना होने से पहले दो दिन के अंदर कराये गये परीक्षण की जांच रिपोर्ट पेश करनी होगी है और पहुंचने पर उन्हें पीसीआर जांच से गुजरना पड़ेगा। सोमवार को कोविड-19 बहु मंत्रालयी कार्यबल संवाददाता सम्मेलन में परिवहन मंत्री एस ईश्वरन ने कहा कि सिंगापुर एवं भारत टीकाकरण प्रमाणपत्रों को परस्पर मान्यता देने पर विचार कर रहे हैं।

बारह नवंबर से भारत ने सिंगापुर द्वारा टीकाकरण प्रमाणपत्रों को मान्यता देना शुरू कर दिया है। सिंगापुर नागर विमानन प्राधिकरण ने एक विज्ञप्ति में कहा कि वीटीएल के एक एक चरण का विस्तार करने से उसे ‘जनस्वास्थ्य के साथ बिना समझौता किए विमान यात्रा सुरक्षा बहाल करने’ की अनुमति मिलती है तथा इससे सिंगापुर को वैश्विक कनेक्टिविटी के साथ अंतरराष्ट्रीय विमानन केंद्र का दर्जे पर फिर से दावा करने एवं उसे प्राप्त करने में मदद मिलेगी।