सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च करने की तैयारी कर रही इलॉन मस्क की कंपनी स्टारलिंक को जल्द ही भारत में लाइसेंस मिलने वाला है। यह जानकारी केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दी है। उन्होंने कहा कि स्टारलिंक को Department of Telecommunication (DoT) से Letter of Intent (LOI) मिल चुका है और अब केवल IN-SPACe की अंतिम मंजूरी बाकी है।

सिंधिया ने कहा कि वनवेब और रिलायंस जैसी कंपनियों को पहले ही लाइसेंस दिए जा चुके हैं और स्टारलिंक का प्रोसेस भी लगभग पूरा हो चुका है। सरकार जल्द ही TRAI के जरिए स्पेक्ट्रम अलॉटमेंट के लिए पॉलिसी नॉर्म्स भी तय करेगी।

₹840 में अनलिमिटेड डेटा
रिपोर्ट्स के अनुसार, स्टारलिंक भारत में ₹840 प्रतिमाह के शुरुआती प्राइस पर अनलिमिटेड डेटा ऑफर करने की योजना बना रही है। कंपनी का लक्ष्य 10 मिलियन यूजर्स तक पहुंचना है ताकि महंगे स्पेक्ट्रम की लागत की भरपाई हो सके।

हालांकि, IIFL रिसर्च के अनुसार, स्टारलिंक की मौजूदा सैटेलाइट क्षमता भारत में सिर्फ 1.5 मिलियन यूजर्स को ही कवर कर सकेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि सैटेलाइट इंटरनेट होम ब्रॉडबैंड की तुलना में अभी भी काफी महंगा है, लेकिन स्टारलिंक जैसी वित्तीय रूप से मजबूत कंपनियों के लिए यह कोई चुनौती नहीं होगी।

अब सभी की नजरें IN-SPACe की मंजूरी पर टिकी हैं, जिसके बाद स्टारलिंक भारत में अपनी सेवाएं शुरू कर सकेगी।