सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: श्रीलंका में अनुरा दिसानायके ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली है, जो वाम झुकाव वाले पहले उम्मीदवार हैं। यह समारोह कोलंबो में राष्ट्रपति सचिवालय में आयोजित किया गया। अनुरा की जीत के साथ ही राजपक्षे परिवार का लंबे समय से चल रहा शासन समाप्त हो गया है।

चुनाव की पृष्ठभूमि: यह चुनाव श्रीलंका में एक महत्वपूर्ण मोड़ है, क्योंकि पिछले चुनावों में किसी भी प्रत्याशी को पहले दौर में 50% वोट नहीं मिले थे। अनुरा ने आर्थिक संकट के चलते बदलाव की उम्मीद कर रहे युवा वोटरों की मदद से अपनी जीत दर्ज की। उन्होंने मौजूदा राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को हराया, जो 6 बार प्रधानमंत्री रह चुके हैं।

राजनीतिक परिवर्तनों की झलक: अनुरा की जीत पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी, और भारतीय राजदूत ने भी उनसे मुलाकात कर शुभकामनाएं दीं। चुनाव परिणामों के साथ ही विक्रमसिंघे और राजपक्षे परिवार के कई नेता देश छोड़कर चले गए।

चुनौतियाँ: नए राष्ट्रपति अनुरा के सामने दो प्रमुख चुनौतियाँ हैं:

  1. आर्थिक सुधार: देश की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करना और लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकालना।
  2. भ्रष्टाचार पर नियंत्रण: अनुरा ने चुनाव प्रचार के दौरान भ्रष्टाचारियों पर कड़ी कार्रवाई का वादा किया था। अगर वे इसे लागू करने में विफल रहते हैं, तो आगामी आम चुनावों में उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है।

अनुरा दिसानायके का चुनाव श्रीलंका के राजनीतिक परिदृश्य में एक नई दिशा का संकेत है और देश के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण बदलावों की संभावनाएँ प्रदान करता है।