मध्यप्रदेश के शहरों को संवारने के लिए CM शिवराज सिंह चौहान का बड़ा प्लान है। प्रदेश के 14 शहरों में रोप-वे बनेंगे। उज्जैन में 209 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। यहां रोजाना एवरेज 32 हजार श्रद्धालु रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक रोप-वे के माध्यम से आ-जा सकेंगे। यही प्लान दूसरे शहरों में भी लागू होगा। अगले 5 साल में छोटे-बड़े सभी शहर कचरा और गड्ढा मुक्त होंगे।
भोपाल में सोमवार को हुए सम्मेलन में नगरीय निकायों के महापौर, अध्यक्ष और पार्षदों को सीएम शिवराज ने ट्रेनिंग दी। करीब एक घंटे तक उन्होंने पार्षदों को कई मूलमंत्र दिए। इसके साथ ही उन्होंने मंच से कई घोषणाएं भी कीं। एक्सपर्ट्स इसे विधानसभा चुनाव से पहले मास्टर स्ट्रोक बता रहे हैं। जानते हैं, क्या है CM शिवराज का प्लान…।
गुंडों से जब्त जमीन गरीबों को मिलेगी
शिवराज
ने बड़ा फैसला गुंडों से जब्त जमीन को गरीबों को देने का है। सीएम ने कहा
कि मध्यप्रदेश में माफिया पर कार्रवाई की है। गुंडे, दादा, दबंग-बदमाश बड़ी
जमीनों पर कब्जा कर लेते हैं। ऐसे लोगों को कुचला जा रहा है। उनसे 21 हजार
एकड़ जमीन मुक्त कराई गई है। उसमें से जो शहर में है, वहां गरीबों को मकान
बनाने के लिए देंगे। भोपाल में शुरुआत भी कर दी है। 40 एकड़ जमीन पर गरीबों
के लिए मकान बनाए जाएंगे।
शहरी गरीबों को जमीन का पट्टा मिलेगा
प्रदेश
में 31 दिसंबर 2020 तक जो गरीब जहां रह रहे थे, उन्हें वहां का पट्टा दिया
जाएगा। सीएम ने यह भी घोषणा की कि कई बार ऐसे नियम बना दिए जाते हैं कि
गरीबों को मिल ही नहीं पाए। जिन्हें देंगे, उन्हें किसी नियम प्रक्रिया से
नहीं गुजरना पड़ेगा। फ्री में जमीन मिलेगी। शहर के बाद गांवों में भी ऐसा
करेंगे।
पानी और सीवेज सिस्टम पर 12 हजार करोड़
प्रदेश में अमृत योजना में 12 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। पेयजल और सीवरेज सिस्टम बनाएंगे।
कचरा साफ करने का प्लान भी
सीएम
का कहना है कि स्वच्छ भारत मिशन में सभी शहरों को कचरा मुक्त बनाएंगे।
अगले 5 साल में इस पर 4900 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। मुख्यमंत्री शहरी
अधोसंरचना में 5 हजार करोड़ के काम अलग-अलग चरण में होंगे। स्मार्ट सिटी
मिशन में काम चल रहे हैं।
14 शहरों में रोप-वे, उज्जैन का उदाहरण
प्रदेश
के 14 शहरों में रोप-वे बनाए जाएंगे। सीएम ने उज्जैन के रोप-वे का उदाहरण
दिया। कहा- श्रद्धालु रेलवे स्टेशन पर उतरेंगे, तो सीधे महाकाल मंदिर
जाएंगे। जो भी शहर उपयुक्त बनेंगे, वहां पर रोप-वे बनाएंगे। बता दें कि
महाकालेश्वर मंदिर से रेलवे स्टेशन तक बनने वाले रोप-वे से एक दिन में 32
हजार श्रद्धालु यात्रा कर सकेंगे। एक ट्रॉली में 10 लोग सवार होंगे। इसकी
लागत 209 करोड़ रुपए आएगी।
सड़कों के गड्ढे भरने पर 770 करोड़ रुपए खर्च होंगे
हर
शहर में दीनदयाल रसोई और रैन बसेरा बनेंगे। वहीं, 770 करोड़ रुपए सड़कों के
सुधार पर खर्च किए जाएंगे। इतनी राशि से सड़कों के गड्ढे ठीक किए जाएंगे।
CMO की भर्ती करेंगे
सीएम
ने नगरीय निकायों में सीएमओ की भर्ती करने की बात कही है। कई निकाय में
सीएमओ के पद रिक्त है। सीएम ने कहा कि सीएमओ के लिए पदोन्नति और नई भर्ती
भी की जाएगी। अच्छे प्रभारी सीएमओ की नियुक्ति करेंगे।
सफाईकर्मियों के लिए भी खास
सफाईकर्मियों
के लिए समूह बीमा योजना को 2 लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपए की गई है। यह घोषणा
ऐसे समय की गई, जब कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं। भोपाल में दो दिन तक
निगमकर्मियों ने हड़ताल की थी।
नए निकायों को लाखों की मदद
नगरीय
निकायों के कार्यालय के लिए एक-एक करोड़ रुपए मिलेंगे। वहीं, नवगठित निकाय
में 80-80 लाख रुपए प्रारंभिक काम कराने के लिए दिए जाएंगे।