आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : एनआईटीटीटीआर और कॉमनवेल्थ एजुकेशनल मीडिया सेंटर फॉर एशिया नई दिल्ली द्वारा 12 से 13 जनवरी तक डेलनेट कैंपस दिल्ली में डिप्लोमा फैकल्टी सदस्यों के लिए शिक्षण में उत्कृष्टता निर्माण हेतु पर राष्ट्रीय सलाहकार बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का उद्देश्य डिप्लोमा फैकल्टी के लिए ऑनलाइन ट्रेनिंग प्रोग्राम के पाठ्यक्रम को अंतिम रूप देना था। इस बैठक में देश के बिभिन्न प्रदेशों के तकनीकी शिक्षा से जुड़े संचालक ,सचिव कुलपति स्तर के अधिकारीयों ने भाग लिया एवं अपने विचार साँझा किये। एनआईटीटीटीआर के निदेशक प्रो. सी.सी. त्रिपाठी ने इस अवसर पर कहा की यह पहला अंतरराष्ट्रीय सहयोगी प्रोजेक्ट है, जिसमें हम कॉमनवेल्थ ऑफ लर्निंग के साथ काम कर रहे हैं तथा आज की दुनिया में रहने, सीखने और काम करने के साथ-साथ भविष्य के बदलावों को अपनाने और नेतृत्व करने के लिए सभी पृष्ठभूमि और उम्र के व्यक्तियों को तैयार करने में डिप्लोमा शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद के अध्यक्ष डॉ. एन.एस. कल्सी ने अपने उद्घाटन भाषण में शिक्षकों के विकास के लिए रीसेंट ट्रेंड्स और इसके प्रभावों को साझा किया।उन्होंने कहा की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के लिए नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क की आवश्यकता है। डॉ दिनेश कुमार, कुलपति, गुरुग्राम विश्वविद्यालय हरियाणा ने कक्षा में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण के लिए शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। इस परियोजना के समन्वयक प्रोफेसर राजेश खंबायत और डॉ रोली प्रधान, एनआईटीटीटीआर भोपाल द्वारा किया गया । इस कार्यक्रम में डॉ वीरेंदर कुमार, डॉ बी वी कामत ,डॉ संदीप केदार सहित कई शिक्षाविद एवं प्रसाशकों ने भाग लिया।