भोपाल । प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेजों में एडमिशन की ऑनलाइन प्रक्रिया तो शुरू कर दी है, लेकिन सर्वर डाउन होने के कारण दस्तावेज अपलोड होने में समय लग रहा है। इस वजह से विद्यार्थियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कल विद्यार्थियों को दस्तावेज अपलोड करने में परेशानी आई। कॉलेजों में बीते एक अगस्त प्रवेश की प्रक्रिया चल रही है। कोरोना संक्रमण के कारण इस बार एडमिशन प्रक्रिया ऑनलाइन रखी गई है। पीजी में एडमिशन लेने वाले विद्यार्थियों को पोर्टल पर अंकसूची अपलोड करने के लिए एकमात्र स्लॉट उपलब्ध हो रहा है, जिससे समस्या हो रही है। पंजीयन करवाने वाले विद्यार्थियों के बिना च्वाइस फिलिंग के फार्म लॉक कर रहे हैं, जिससे पंजीयन के बाद आवेदन सत्यापन की प्रक्रिया तक नहीं पहुंच रहे हैं। वहीं, जिनका ऑनलाइन सत्यापन नहीं हो पा रहा है, उन्हें कॉलेजों में हेल्प सेंटर पर जाना पड़ रहा है। हर रोज 30 से 40 विद्यार्थी कॉलेजों में दस्तावेज सत्यापन के लिए पहुंच रहे हैं। बता दें कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा चल रही प्रवेश प्रक्रिया में पंजीयन में हर दिन वृद्धि हो रही है। शनिवार को सातवें दिन तक यूजी और पीजी के कुल पौने तीन लाख पंजीयन हो चुके हैं। वहीं, ढाई लाख विद्यार्थियों ने च्वाइस लॉक कर एक लाख 45 हजार ने ऑनलाइन सत्यापन करा लिया है। यूजी में 12 अगस्त व पीजी में नौ अगस्त तक पंजीयन होंगे। यूजी में सत्यापन 14 अगस्त और पीजी नौ अगस्त तक होगा। यूजी का अलॉटमेंट 20 और पीजी का अलॉटमेंट 14 अगस्त को जारी किया जाएगा। विद्यार्थियों का कहना है कि एमपी ऑनलाइन पर एक आवेदन को पूरा भरते हुए अपलोड करने से लेकर सत्यापन कराने में करीब दो से तीन घंटे का समय लग रहा है। सर्वर धीमा होने के कारण दस्तावेज अपलोड करने में ही एक घंटा तक लग रहा है। वहीं एमपी ऑनलाइन सेंटर संचालकों और कॉलेज प्राचार्यों का कहना है कि दस्तावेज की संख्या ज्यादा होने के कारण यह समस्या आ रही है। इस बारे में एमवीएम कॉलेज, भोपाल के एडमिशन प्रभारी पंकज सिंह का कहना है कि इस बार पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन हो रही है। पंजीयन से लेकर दस्तावेज सत्यापन भी ऑनलाइन हो रहे हैं। इस कारण विद्यार्थियों समय लग रहा है।