भोपाल । मध्यप्रदेश के चयनित शिक्षकों ने लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआई) के सामने कल अपनी मांगों के समर्थन में मूर्गा बनकर अनूठा विरोध प्रदर्शन कर सरकार ध्यान आकर्षित कराया। उन्होंने मुख्यमंत्री से जल्द नियुक्ति अथवा इच्छामृत्यु देने की मांग की। करीब 30 की संख्या में चयनित शिक्षकों ने रिमझिम बारिश के बीच मुर्गा बनकर अनोखे तरीके से विरोध जताया। चयनित शिक्षकों ने कहा कि उन्होंने गलती कर दी कि वे मेधावी सूची में शामिल हो गए। बीते तीन साल से नियुक्ति के इंतजार में मंत्री से लेकर अधिकारियों के पास भटक रहे हैं। चयनित शिक्षक संघ प्रदेश संयोजक अमित गौतम ने कहा कि हमने 31 जुलाई तक नियुक्ति पत्र देने की मांग की थी। यह समयसीमा निकल चुकी है, लेकिन अब तब हमारी मांग पूरी नहीं हुई। इस कारण कई महिला चयनित शिक्षक भी बारिश में दूसरे जिले से आकर विरोध-प्रदर्शन कर रही हैं। चयनित शिक्षक संघ सागर के संयोजक हरिओम तिवारी ने कहा कि इससे ज्यादा दुर्भाग्य क्या हो सकता है कि स्कूल में बच्चों के बदमाशी करने पर शिक्षक उन्हें दंडित करने के लिए मुर्गा बनाते थे, लेकिन यहां भावी शिक्षकों को बिना गलती के मुर्गा बनना पड़ रहा है। जिला चयनित शिक्षक संघ के सूर्यकांत द्विवेदी ने कहा कि हमारे करीब 70 साथी भर्ती का इंतजार करते-करते कोरोनो के चलते काल के गाल में समा गए। वे अपने घर-परिवार के भरण पोषण के चिंता लिए ही दुनिया छोड गए। श्रीकांत मिश्रा ने कहा कि यदि 15 अगस्त तक नियुक्ति नहीं मिली तो मजबूरी में हमें महाआंदोलन करना पड़ेगा, जिसकी जिम्मेदार सरकार होगी। राजकिशोर पाटकर ने कहा कि मांग न माने जाने पर विभिन्न जिलों से भोपाल के लिए पैदल मार्च निकालेंगे। चयनित शिक्षकों के इस पदर्शन में हरिओम तिवारी, सूर्यकांत द्विवेदी, श्रीकांत मिश्रा, राजकिशोर पाटकर ,अमित गौतम, दीपा चौबे, संघमित्रा गुरु, शैलेन्द्र सोनी, पंकज श्रीवास्तव, विशाल जैन, नरेश अहिरवार, नीलोफर खान सहित अन्य कई चयनित शिक्षक उपस्थित थे ।