सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ई प्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: छठ का त्योहार भारत के कई हिस्सों में बड़े उल्लास के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार सूर्य देवता और छठी मैया को समर्पित है, जिन्हें ऊर्जा, स्वास्थ्य, समृद्धि और जीवन रक्षक के रूप में पूजा जाता है। इस त्योहार पर चार दिनों तक कठिन व्रत पालन किया जाता है।
छठ का व्रत केवल धार्मिक आस्था तक सीमित नहीं है। इसके पीछे स्वास्थ्य से जुड़े कई फायदे भी छुपे हुए हैं। छठ व्रत उपवास और सूर्योपासना का संगम है, जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।
आइए, आज सेहतनामा में जानते हैं कि –
छठ व्रत के हेल्थ बेनिफिट्स क्या हैं?
छठ का व्रत शरीर को कैसे डिटॉक्सिफाई करता है?
स्वास्थ्य के लिए उपवास रखना क्यों इतना जरूरी है?
छठ के व्रत से यह लाभ होते हैं
छठ व्रत के दौरान उपवास, सूर्य स्नान, और प्राकृतिक खानपान हमारे शरीर को नेचुरल तरीके से डिटॉक्स करता है और इसके कई सारे स्वास्थ्य लाभ होते हैं। हमारे पूर्वजों के बनाए कई सारे नियम आज के समय में भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितना पहले हुआ करते थे। उपवास का कॉन्सेप्ट तो आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और फास्ट फूड पर निर्भर रहने वाली पीढ़ी के लिए और अधिक जरूरी है।
आइए ग्राफिक के जरिये छठ व्रत से होने वाले लाभ के बारे में समझते हैं।
प्राकृतिक डिटॉक्सिफिकेशन के लाभ
छठ व्रत की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह आपके शरीर को नेचुरल तरीके से डिटॉक्स करता है। इस दौरान लोग चार दिनों तक उपवास करते हैं, जिसमें पहले दिन नहाय-खाय, दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन संध्या अर्घ्य, और चौथे दिन उषा अर्घ्य होता है। इन दिनों में सादा और हल्का भोजन किया जाता है, जिससे शरीर को डिटॉक्सिफिकेशन में मदद मिलती है।
उपवास करने से शरीर को विषैले तत्वों से मुक्त होने का मौका मिलता है। उपवास के दौरान शरीर पहले से जमा फैट और ग्लाइकोजेन का इस्तेमाल करता है, जिससे ऑर्गन सिस्टम में सुधार होता है।
पाचन तंत्र की सेहत में सुधार
व्रत के दौरान भोजन बहुत ही सादगी से लिया जाता है, जिसमें नमक और मसालों का कम-से-कम इस्तेमाल होता है। इससे पाचन तंत्र को आराम मिलता है और पेट संबंधी समस्याओं से भी राहत मिलती है।
जिन लोगों को अपच, गैस और एसिडिटी की शिकायत होती है, वे छठ व्रत के जरिए पाचन तंत्र को आराम देकर रिकवर करने का मौका दे सकते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार, उपवास शरीर की आंतों में जमी गंदगी को निकालकर उसे विषमुक्त बनाता है, जिससे पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है और गैस्ट्रिक समस्याएं दूर होती हैं।
इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद मिलती है
छठ व्रत में गन्ने का रस, नारियल पानी और फलों का सेवन किया जाता है, जो इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मददगार होता है। साथ ही इसमें मौजूद विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर को संक्रमण से बचाने में सहायक होते हैं। ये शरीर में फ्री रेडिकल्स को कम करते हैं और कोशिकाओं को सुरक्षा प्रदान करते हैं।