रियाद। सऊदी अरब के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना ने यमन के हूती विद्रोहियों के खिलाफ जबरदस्त एयरस्ट्राइक की है। इस हमले में कई विद्रोहियों के मारे जाने की खबर है। एयरस्ट्राइक से यमन का इंटरनेट कनेक्शन ही ठप हो गया। माना जाता है कि हूती विद्रोहियों को ईरान से हथियार मिल रहा है। इन्हीं हथियारों और ड्रोन्स की मदद से वे अपने पड़ोसी देशों में हमले कर रहे हैं।

यमन के एक एडवोकेसी ग्रुप नेटब्लॉक्स ने दावा किया है कि सऊदी की एयरस्ट्राइक में हुदैदा की एक साइट को निशाना बनाया गया। इस कारण पूरे यमन में इंटरनेट सर्विस बंद पड़ गई। नेटब्लॉक्स ने बताया कि यमन में इंटरनेट कनेक्शन देर रात 1 बजे बंद पड़ गया। सऊदी के हमले से यमन की सरकारी टेलिकॉम कंपनी टेलीयमन का एक कंट्रोल टॉवर बर्बाद हो गया। टेलीयमन पर से यमन सरकार का कंट्रोल खत्म हो चुका है। इस सरकारी टेलिकॉम कंपनी को अब हूती विद्रोही चलाते हैं। हूती विद्रोहियों ने 2014 के अंत से ही राजधानी सना पर कब्जा किया हुआ है।

सैन डिएगो स्थित सेंटर फॉर एप्लाइड इंटरनेट डेटा एनालिसिस और सैन फ्रांसिस्को स्थित इंटरनेट फर्म क्लाउडफ्लेयर ने भी यमन में राष्ट्रव्यापी इंटरनेट आउटेज की पुष्टि की है। उधर हूती विद्रोहियों के अल-मसीरा सैटेलाइट न्यूज चैनल ने कहा कि कम्यूनिकेशन बिल्डिंग पर हुए हमले में कई लोग मारे गए और घायल हुए हैं। चैलन पर जारी फुटेज में मलबे से शवों को निकालते दिखाया गया है। इस फुटेज में आसपास से गोलियां चलने की आवाजे भी आ रही थीं।

हालांकि, किसी सर्जिकल स्ट्राइक जैसे हमले की पुष्टि नहीं हो सकी है। घटना स्थल पर हूती विद्रोही भी भारी हथियारों और रायफलों के साथ तैनात दिखाई दिए। सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन सेना ने भी यमन के हुदैदा बंदरगाह के आसपास हमले करने की बात स्वीकारी है। सऊदी का कहना है कि यह हमला हूती विद्रोहियों की क्षमताओं को नष्ट करने के लिए किया गया था। सऊदी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने यमन के अपदस्थ सरकार का समर्थन करने के लिए 2015 में हूती विद्रोहियों के खिलाफ युद्ध का ऐलान किया था।

सऊदी अरब के कई हवाई हमलों में यमन में कई आम नागरिकों के हत्या के भी आरोप लगे हैं। हूती विद्रोही भी देश भर में बच्चों को ढाल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। उनकी मिलीशिया में कई बच्चे शामिल हैं। इसके अलावा हूती विद्रोही अंधाधुंध बारूदी सुरंगों का इस्तेमाल भी कर रहे हैं। सऊदी गठबंधन की कार्रवाई और हूती विद्रोहियों के हमले के कारण यमन में गंभीर मानवीय संकट खड़ा हो गया है। उधर, अबू धाबी पर ड्रोन और मिसाइल हमले के बाद संयुक्त अरब अमीरात ने भी हूती विद्रोहियों के खिलाफ बदला लेने का ऐलान किया है।