सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: आज हम बात करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस ऐतिहासिक संबोधन की, जो उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में आयोजित संविधान दिवस समारोह के अवसर पर दिया। यह भाषण न केवल संविधान की महानता का जश्न था, बल्कि भारत की प्रगति और समावेशिता का भी प्रतिबिंब था।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा:
“भारत का संविधान हमारे वर्तमान और भविष्य का मार्गदर्शक है। यह हर चुनौती में हमारा सहारा बना है और हर अपेक्षा पर खरा उतरा है।”

उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि इस साल पहली बार जम्मू-कश्मीर में संविधान दिवस मनाया गया। यह हमारे संविधान की समावेशिता और सभी को साथ लेकर चलने की भावना का प्रतीक है।

संविधान में चित्रित महापुरुषों का उल्लेख

पीएम मोदी ने बताया कि हमारे संविधान में भगवान राम, माता सीता, हनुमान जी, भगवान बुद्ध, महावीर और गुरु गोविंद सिंह जी जैसे महापुरुषों के चित्र शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इनसे हमें मानवीय मूल्यों और आदर्शों को अपनाने की प्रेरणा मिलती है।

10 साल के कार्यकाल की उपलब्धियां

अपने 10 साल के कार्यकाल पर बात करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया:

  • 53 करोड़ से अधिक भारतीयों के जनधन खाते खोले गए।
  • 4 करोड़ परिवारों को पक्के घर मिले।
  • 10 करोड़ महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन प्रदान किया गया।

मुंबई हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के शहीदों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनका बलिदान हमें हमेशा प्रेरित करता रहेगा।

संविधान दिवस का महत्व

प्रधानमंत्री मोदी के इस संबोधन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि हमारा संविधान केवल एक कानूनी दस्तावेज नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, परंपरा और विकास की आधारशिला है।

तो दोस्तों, इस संविधान दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी का यह संदेश आपको कैसा लगा? अपने विचार हमें कमेंट में ज़रूर बताएं और ITDC News के साथ जुड़े रहें।