आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : फिल्म एनिमल के डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा ने बताया कि उन्होंने फिल्म में बॉबी देओल के किरदार को मुस्लिम क्यों रखा। संदीप ने कहा कि ज्यादातर देखा जाता है कि लोग मुस्लिम और ईसाई धर्म में कन्वर्ट होते हैं। कभी ऐसा सुनने को नहीं मिलता कि किसी व्यक्ति ने हिंदू धर्म स्वीकारा हो।

जीवन में कभी ऐसा समय आता है जब आदमी अपनी पहचान से नफरत करने लगता है। वो लाइफ में आगे बढ़ने के लिए अपनी पहचान बदलना चाहता है। एनिमल में बॉबी देओल का किरदार अबरार की फैमिली के साथ भी ऐसा ही होता है। वे लोग अपना धर्म बदलकर मुस्लिम बन जाते हैं। संदीप ने कहा कि उनकी मंशा किसी भी वर्ग की छवि को ठेस पहुंचाना नहीं है। उन्होंने फिल्म में वही दिखाया जो अक्सर हमारे आस-पास देखने को मिलता है।

मैंने लोगों को धर्म परिवर्तन करते देखा है

संदीप रेड्डी वांगा ने Galatta Plus से बात करते हुए कहा- मैंने बहुत से लोगों को देखा है कि जब वो जीवन में थक- हार जाते हैं तो चर्च या बाबाओं के पास जाते हैं। वहां से उन्हें ताबीज वगैरह मिलती है। जीवन में कुछ अच्छा हो, इसके लिए उन्हें नाम और पहचान बदलने की सलाह मिलती है। मैंने बहुत से ऐसे लोगों को देखा है जो धर्म परिवर्तन कर लेते हैं। उन्हें लगता है कि ऐसा करने से उनकी लाइफ में सारी चीजें सही हो जाएंगी।

लोग हिंदू धर्म अपनाए..ऐसा देखने को नहीं मिलता

संदीप ने आगे कहा- हम अपने आस-पास देखते हैं कि बहुत सारे लोग क्रिश्चियन या इस्लाम धर्म अपना लेते हैं। हालांकि यह देखने को नहीं मिलता कि कोई गैर धर्म का व्यक्ति हिंदू धर्म स्वीकार कर ले। मैंने यही देखकर इसे अपनी फिल्म में इस्तेमाल किया।

इस्लाम में आप एक से ज्यादा शादियां कर सकते हैं। कई सारे भाई-बहन भी होते हैं। मुझे लगा कि इसे फिल्म में दिखा सकते हैं। मेरा उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था।

मैरिटल रेप वाले सीन पर बॉबी ने कहा- वो सीक्वेंस जरूरी था

फिल्म में बॉबी देओल के किरदार अबरार को बहुत वायलेंट दिखाया गया है। वो अपनी बीवीओं के साथ ज्यादती करता है। सबके सामने अपनी नई नवेली दुल्हन के साथ मैरिटल रेप करता है। एक इंटरव्यू में बॉबी देओल से इस सीन को लेकर सवाल किए गए थे।

इसका जवाब देते हुए बॉबी ने कहा- फिल्म की स्क्रिप्ट के हिसाब से वो सीन जरूरी था। अबरार जिस तरह का इंसान था, उसके लिए वो सीक्वेंस होना अहम था। आप बस इतना समझिए कि मैं ऐसी चीजों को प्रमोट नहीं कर रहा हूं।