सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : भारत के संविधान के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत राजनीति विज्ञान एवं लोक प्रशासन विभाग द्वारा “भारतीय संविधान में वर्णित मौलिक अधिकारों की प्रासंगिकता” विषय पर छात्राओं को भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गयी। प्रतियोगिता में 08 छात्राओं ने सहभागिता की। महाविधालय की प्राध्यापक अर्चना चौहान, अर्पणा बादल एवं नीरज धाकड़ ने निर्णायक की भूमिका का निर्वाहन किया। छात्राओं ने अपने भाषण में संविधान के अलग अलग मौलिक अधिकारों की व्याख्या की एवं उनकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अगली कड़ी में निर्णायकों ने अपने वक्तव्य में अधिकार एवं कर्तव्य में समन्वय स्थापित करने पर बल दिया। अत में राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक अमर नायक ने विश्व में अधिकारों का इतिहास, भारत में अधिकारों के प्रावधान की मौलिकता एवं उनको प्रासंगिक बनाने के लिये व्यक्ति तथा राज्य के उत्तरदायित्व पर रोशनी डाली।
प्रतियोगिया में छात्रा रोजल दागी (B-A-2ndyr) एवं अंशिका सिंह जादोन (BA 3rdyr) संयुक्त प्रथम, शिवानी लववंशी (B-A-2ndyr) द्वितीय एवं दुर्गेश नन्दिनी (B-A-1ndyr) तृतीय स्थान प्राप्त किया। राजनीति विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष चन्दना सिंह द्वार निर्णय की घोषणा की गयी। प्राध्यापक कविता सिंह, ने कार्यक्रम का संचालन किया। महाविद्यालय के प्राध्यापक गण एवं कार्यक्रम में विभिन्न संकायों की छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित थी ।
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