सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : स्टॉक मार्केट रेग्युलेटर सिक्योरिटीज एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने विजय माल्या को भारतीय शेयर मार्केट से 3 साल के लिए बैन कर दिया है। भारत से भगोड़ा घोषित किए जा चुका शराब कारोबारी अब मार्केट में 3 साल तक किसी भी तरह से लेन-देन नहीं कर सकेगा।

सेबी ने शुक्रवार (26 जुलाई) को आदेश जारी कर कहा कि, विजय माल्या के सिक्योरिटीज मार्केट को एक्सेस करने पर रोक लगाई जाती है। इसके अलावा डायरेक्ट या इनडायरेक्ट रूप से सिक्योरिटीज के खरीदने, बेचने या किसी भी प्रकार की डीलिंग करने या सिक्योरिटीज मार्केट के साथ किसी भी तरीके से जुड़ने पर 3 साल तक के लिए प्रतिबंध लगाया जाता है।

किसी भी सिक्योरिटीज की होल्डिंग भी फ्रीज रहेगी
सेबी ने कहा कि, विजय माल्या की किसी भी सिक्योरिटीज की होल्डिंग फ्रीज रहेगी। इसमें म्यूचुअल फंड्स में यूनिट्स भी शामिल हैं। विजय माल्या को लेकर सेबी का आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो चुका है। सेबी इस बात की जांच कर रही थी कि माल्या अपने शेयरों की ट्रेडिंग में इनडायरेक्ट रूप से शामिल है या नहीं।

सेबी की चीफ जनरल मैनेजर अनीता अनूप ने लिखा, ‘इस मामले में अवेलेबल फेक्ट्स और मटेरियल पर गौर करने के बाद मैंने पाया कि माल्या ने न सिर्फ FII नियमों का उल्लंघन किया है, बल्कि भारत में मौजूद अपने ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों में गलत तरीके से सिक्योरिटीज की खरीदी और बिक्री की। यह निवेशकों के हितों के खिलाफ था और इसका मकसद बाजार के प्लेयर्स को धोखा देना था।’

अलग-अलग नाम से कई अकाउंट खोल रखे थे
सेबी ने जांच में पाया कि विजय माल्या ने हर्बर्टसन और यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (USL) के शेयरों में ट्रेड करने का तरीका ढूंढ निकाला था। उसने UBS बैंक में अलग-अलग नाम (बेसाइड, सनकोस्ट और बिर्चवुड) से कई अकाउंट खोल रखे थे, जिसका लाभार्थी वो खुद था। इन तीन यूनिट्स ने 6.15 मिलियन डॉलर ट्रांसफर किए जो विजय माल्या को गया था।

2019 में विजय माल्या को भगोड़ा घोषित किया गया
किंगफिशर एयरलाइंस समेत कई कंपनियों के मालिक रहे भारतीय बिजनेसमैन विजय माल्या पर देश के 17 बैंकों के करीब 9 हजार करोड़ रुपए बकाया हैं। माल्या 2016 में देश छोड़कर ब्रिटेन भाग गया था, जहां से भारत सरकार उसे देश लाने का प्रयास कर रही है। माल्या पर फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग के केस चल रहे हैं। 5 जनवरी 2019 को अदालत ने विजय माल्या को भगोड़ा घोषित कर दिया था।

पिछले साल जांच के दौरान CBI ने दावा किया था कि माल्या ने साल 2015-16 के दौरान ब्रिटेन और फ्रांस में 330 करोड़ रुपए की संपत्तियां खरीदी थीं। उस वक्त उसकी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस घाटे में थी। माल्या ने खुद बैंकों को कर्ज नहीं चुकाया था। साल 2020 में ED की अपील पर फ्रांस ने वहां मौजूद माल्या की 14 करोड़ की प्रॉपर्टी को सीज कर लिया था।