सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: मध्यप्रदेश के सागर में 27 सितंबर को होने वाली रीजनल इंडस्ट्री काॅन्क्लेव में पन्ना के आंवला, दमोह के चना, सागर के टमाटर, मूंगफली की भी ब्रान्डिंग की जाएगी। इसके अलावा सागर संभाग के ब्लैक स्टोन और बीड़ी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए निवेशकों और उद्योगपतियों को बुलाया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव खुद इसके लिए अफसरों के साथ बैठक कर रिव्यू करने वाले हैं। इसके पहले सागर के जनप्रतिनिधि और प्रशासन यहां औद्योगिक संभावनाओं को लेकर लिस्टिंग में जुटे हैं ताकि उद्योगपतियों को संभावित निवेश और उद्योग के बारे में जानकारी दी जा सके।
सागर संभाग में पेट्रो केमिकल, प्लास्टिक प्रोडक्ट्स, एग्रीकल्चर, फूड प्रोसेसिंग, डेयरी प्रोडक्ट्स, एमएसएमई, ओडीओपी (वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट) जैसे उद्योगों में निवेश पर जोर दिया जा रहा है। इसके साथ ही क्षेत्रीय उत्पादों को बढ़ावा देने वाले छोटे उद्योगों को भी मौका दिया जाएगा।
सरकार की कोशिश है कि इस काॅन्क्लेव में सागर के पुराने बीड़ी उद्योग को पुनर्जीवित करने का काम किया जाए। इसको लेकर मुख्यमंत्री अफसरों के साथ काॅन्क्लेव के पूर्व दो दौर की बैठकें भी करने वाले हैं।
छोटे स्टार्टअप के जरिए बढ़ाएंगे रोजगार
उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर के बाद अब सागर में आयोजित होने वाले इस कॉन्क्लेव में बुंदेलखंड क्षेत्र के छोटे-छोटे, स्टार्ट अप शुरू करने, एक जिला एक उत्पाद के तहत फूड प्रोसेसिंग की इकाइयां लगाने वालों को प्रोत्साहित करने की तैयारी सरकार और प्रशासन कर रहा है। इससे छोटे स्तर पर रोजगार के अवसर बन सकेंगे।
इसमें पन्ना के आंवला, दमोह के चना, सागर के टमाटर, मूंगफली आदि क्षेत्रीय उत्पादों की सही ब्राॅन्डिंग, मार्केटिंग करने तथा उन्हें प्रदेश, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के प्रयास किए जाएंगे।
प्रशासन ने इसे लेकर एक बुकलेट भी बनाई है। जिसमें सागर संभाग से संबंधित ऐसे सभी उत्पादों को शामिल किया जाएगा, जिनमें विकास की संभावनाएं हैं। यह जानकारी बुकलेट, पेन ड्राइव से संबंधित उद्योगपतियों तक भी पहुंचाई जाएगी।
प्रशासन और जनप्रतिनिधि कर रहें बैठकें
काॅन्क्लेव को सफल बनाने सागर संभागायुक्त, कलेक्टर अलग-अलग बैठकें हर 2 दिन के अंतराल में कर रहे हैं, और इसके लिए पंजीयन कराने वालों को क्यूआर कोड जारी कर काॅन्क्लेव में शामिल होने और निवेश के लिए बुला रहे हैं।
दूसरी ओर, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और सागर के सांसद, विधायकों की भी बैठकों में सागर संभाग के अलग-अलग जिलों में लगने वाले उद्योगों की संभावनाओं पर चर्चा की जा रही है और इसके लिए निवेशकों को अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने के लिए कहा जा रहा है।